राशन कार्ड गरीबों पर भूपेश का अत्याचार – राजेश मूणत
रायपुर — लम्बी-लम्बी लाइनेें आठ घंटे इंतजार फिर फार्म मिलना कुछ को दूसरे दिन भी कतार का दंश, धूप-उमस बारिश हुई तो और भी ज्यादा दर्द, यह दृश्य है राशन कार्ड नवीनीकरण के नाम पर प्रदेश भर के गरीबों का हाल वह भी सिर्फ इसलिए कि राशन कार्ड पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो लग जाये। छत्तीसगढ़ सरकार में पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि प्रदेश के मुखिया को राशन कार्ड के फार्म और जमा करने तथा उस पर अपनायी जा रही प्रक्रिया को एक बार देख लें। तो शायद उन्हें गरीबों को हो रहे दिक्कतों थे जमीनी स्तर पर अंदाजा हो जाय। छोटे-छोटे बच्चों के साथ लाइन में खड़ी हमारी बहने दिन-दिन भर लाइन में खड़ी हैं भूख से बच्चे रो रहे हैं। बुजुर्ग माताएं जो कि ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही है वो भी कतार में दिन भर खड़ी हैं वहां पर न पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और न धूप से बचने के लिए कोई उपाय किया गया है। हल्की सी बारिश आ जाती है तो कतार पूरी तितरबितर हो जाता है, और जब दोबारा लाइन लगते हैं तो आगे और पीछे नम्बर के लिए गरीबों आपस में ही लड़ाई झगड़े हो जा रहे हैं। शेष कमाने खाने वाले तो 2-3 दिन की रोजी भी उनकी मार खा रही है, वे रह-रह कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को कोस रहे हैं। बहुत दयनीय स्थिति है गरीबों की। प्रदेश की कांग्रेस सरकार मानवता को भी ताक पर रख कर चल रही है। हद तो तब हो जाती है जब घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद उन्हें यह पता चलता है कि उनका नाम इस जोन में नहीं है और दूसरे जोन में है उस वक्त उस बहन की चेहरे की पीड़ा एक बार देखना चाहिए प्रेदश के मुखिया को।
राजेश मूणत ने कहा कि कई केन्द्रों पर ऐसी स्थिति भी पैदा कर दी जाती थी गरीबों पर पुलिस के डंडे बरसने लगे। हद कर दिये सिर्फ अपनी फोटो के लिए गरीबों पर ऐसा अत्याचार। प्रदेश के गरीबों की हाय मत लीजिए भूपेश जी इसके परिणाम हमेशा घातक हुए हैं। आज प्रदेश का गरीब इस चिंता में भी डुबा हुआ है कि न जाने नया राशन कार्ड कब बनकर आयेगा और उन्हें कब चावल मिलेगा। इसी चिंता में प्रदेश का गरीब रात की नींद भी ठीक से सो नहीं पा रहा है। कुछ तो इस चिंता में भी है कि कहीं ये कांग्रेस सरकार उनका नाम न काट दे। उनका राशन कार्ड ही दोबारा न बने। ये बात तब भी समझ में आता है कि राशन कार्ड में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का फोटो होता, ऐसा भी नहीं था फिर राशन का नवीनीकरण क्यों किया जा रहा है इस बात जवाब प्रदेश की जनता को देना चाहिए। राशन कार्ड नवीनीकरण का यह खेल क्यों और किस लिए समझ से परे है। जबकि नये कार्ड छपवाने के लिए प्रदेश की जनता की गाढ़ी पसीने की कमाई लगेगी। सिर्फ अपनी फोटो छपवाने के लिए यदि यह प्रक्रिया अपनाई गई है तो भारतीय जनता पार्टी इसका पूरजोर विरोध करती है और प्रदेश सरकार से यह मांग करती है कि छत्तीसगढ़ वासियों की पसीने की कमाई को अपना फोटो छपवाने में बरबाद न करे।