हार्ट अटैक का खतरा, बताएगी टीएमटी मशीन – जिला अस्पताल में लगी मशीन, जल्द मिलेगी बेहतर इलाज एवं जांच की सुविधा
रायपुर — दिल के मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। हार्ट संबंधी जांच और इलाज की बेहतर सुविधा अब जिला अस्पताल रायपुर में भी मिलने लगेगी। अस्पताल में टीएमटी (ट्रेडमिल टेस्ट) मशीन लग गई है, जिससे मरीजों के दिल की रफ्तार और धड़कन की जांच के साथ ही समय रहते हार्ट अटैक आने की संभावना की पहचान कर बेहतर इलाज करना संभव होगा।
अंबेडकर अस्पताल के कार्डियेक यूनिट के बाद रायपुर में सरकारी स्तर पर इस तरह दिल की बीमारी की जांच सुविधा देने वाला रायपुर जिला अस्पताल एकमात्र अस्पताल होगा जहां यह अत्याधुनिक और आवश्यक जांच सुविधा मिलेगी। दिल संबंधित बीमारियों के लिए अस्पताल में अब तक ईसीजी एवं अन्य सुविधाएं मिल रही थी। फिर भी दिल की स्थिति (फंग्शनिंग) की जांच कराने के लिए मरीजों को प्राइवेट में विशेष स्ट्रेस जांच के लिए हजारों रूपए खर्चने पड़ रहे थे। अब नए और अत्याधुनिक उपकरण ट्रेडमिल मशीन या टीएमटी मशीन की सुविधा से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। खासकर ऐसे मरीज जो दिल के उपचार का खर्च उठाने में सक्षम नहीं होते I इन्हें अब जिला अस्पताल में हार्ट की बेहतर इलाज सुविधा मिल सकेगी। बीते दिनों अस्पाताल में उक्त मशीन स्टॉल कर उसके चलाने की जानकारी दी जा चुकी है। वहीं स्वास्थ्य कर्मियों को मशीन द्वारा विशेष जांच के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
शीघ्र ही मिलेगी इलाज सुविधा – सिविल सर्जन डॉ. रवि तिवारी ने बताया जिला अस्पताल में ट्रेडमिल टेस्ट मशीन लगा दी गई है। मशीन के संचालन से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। शीघ्र ही इलाज सुविधा मरीजों को मिलने लगेगी।
ऐसे मरीजों को जांच की जरूरत – ऐसे मरीज जिन्हें उच्च रक्तचाप के साथ ही छाती में दर्द की शिकायत होती है उन्हें ईसीजी कराई जाती है। ऐसे मरीजों को आराम से लिटाकर ईसीजी होती है। परंतु कईबार सीढ़ी चढ़ते हुए, तेज चलते हुए छाती में तेज दर्द के साथ ही कई अन्य तकलीफ होने लगती है। हार्ट अटैक की संभावना को देखते हुए इसके लिए रोगी व्यक्ति को हृदय की दबाव जांच ट्रेडमिल टेस्ट या स्ट्रेस टेस्ट करने की परामर्श दी जाती है।
ऐसे होगी जांच- मशीन पर व्यक्ति को खड़ा कराया जाएगा । उसके छाती के आसपास धड़कन की जांच के लिए लीड या नली लगाई जाएगी जो कि मशीन से अटैच होगी। मरीज को ट्रेडमिल मशीन पर पैदल चलाकर और दौड़ाकर व्यक्ति की हार्ट रेट और रक्तचाप की रिडिंग ली जाएगी। इस तरह करने पर मरीज के हृदय के दबाव में कार्य करने और हृदय की रक्तधमनियों में रूकावट, दिल में सही तरह से खून पहुंच रहा है या नहीं इसकी जानकारी हासिल की जाएगी। उक्त स्ट्रेस जांच रिपोर्ट के आधार पर मरीज को आगे बेहतर इलाज का परामर्श दिया जाएगा।
हार्ट अटैक के खतरे की जांच जरूरी है- कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. स्मिथ श्रीवास्तव के मुताबिक हार्ट अटैक के खतरे की जांच बहुत जरूरी होती है। हार्ट अटैक में मांसपेशियां डेड होने लगती हैं तथा नसें बंद हो जाती है। ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति को सीने में तेज दर्द होता है ऐसे में डॉक्टरी परामर्श लेना जरूरी होता है। दिल के वास्तविक फंक्शन की जानकारी स्ट्रेस टेस्ट ट्रेडमिल टेस्ट या हृदय दबाव जांच से मिलती है।