अपनी अक्षमता के बोझ से गिर जायेगी भूपेश सरकार – भाजपा
रायपुर — छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के भीतर गुटबाजी चरम पर है. कभी भी बड़ी संख्या में कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं और प्रदेश की सरकार अपनी ही बोझ से गिर जायेगी। इस खतरे को देखते हुए कांग्रेस के भीतर से डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हो गयी है. कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा विपक्ष के विधायकों से संपर्क संबंधी बयान इसी आपदा प्रबंधन की कड़ी है. उन्होंने कहा कि गोवा और कर्नाटक आदि के बाद तो देश भर में कांग्रेस में भगदड़ जैसे हालात हैं। हर कोई वहां अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। यही करण है कि इतने बड़े बहुमत के बाद भी छ.ग. में भूपेश सरकार डवाडोल है।
इस आशय का बयान देते हुए भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि भारत के राजनीति का यह एक अनोखा मामला है जब मात्र छ: महीने में किसी प्रदेश की सरकार इतनी अलोकप्रिय हो गयी हो, जिसे तीन चौथाई बहुमत मिलने के बाद भी सरकार बचाने के लिए प्रतिपक्ष के विधायकों से भीख मांगनी पड़ रही हो. श्रीवास्तव ने कहा कि सीएम बूपेश बघेल की कार्यप्रणाली से कांग्रेस के भीतर भी भयंकर आक्रोश है. खासकर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली शर्मनाक पराजय और भाजपा को विधानसभा चुनाव के मुकाबले 18 प्रतिशत अधिक वोट मिलने के बाद कांग्रेस की गुटीय राजनीति सतह पर आ गई है. गुट विशेष के अलावा कांग्रेस के अधिकांश विधायक अब मिनट भर के लिए भी भूपेश बघेल को पद पर नहीं देखना चाहते हैं. मुख्यमंत्री की ‘वन मैन शोÓ की कार्यप्रणाली के कारण कांग्रेस के आम विधायकों में ही नहीं बल्कि मंत्रियों तक में भीषण आक्रोश है.
श्रीवास्तव ने कहा कि न तो गृह मंत्री को काम करने दिया जा रहा है और न ही स्वास्थ्य मंत्री समेत अन्य मंत्रियों को. यही कारण है कि प्रदेश में समूची शासन व्यवस्था चरमरा गयी है. छ: महीने में हिरासत में मौतों की करीब आधा दजऱ्न मामले सामने आ गए हैं. ह्त्या, लूट, बलात्कार, अपहरण आदि की रोजाना घटनाओं से प्रदेश में भय का माहौल है. प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है. कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी, किसानों के साथ किये गए धोखा, बेरोजगारी समेत युवाओं को भत्ता आदि देने की बात से मुकरने, शराबबंदी की घोषणा के उलट इस मामले में भी चरम हद तक भ्रष्टाचार कर चुनिंदे लोगों द्वारा अपनी जेब भरने से सत्ता पक्ष के लोगों का भी दुखी होना स्वाभाविक ही है.
श्रीवस्तव ने कहा कि इन तमाम विषयों से ध्यान हटाने कांग्रेस की सरकार ऊल-जुलूल हरकतें और बयानबाजी पर उतारू है. श्रीवास्तव ने कांग्रेस के बयान को बचकाना और हास्यास्पद कहा है. उन्होंने कहा कि बौखलाहट में अब भूपेश बघेल समझ ही नहीं पा रहे हैं कि क्या करें. शर्मनाक है तीन चौथाई बहुमत से चुन कर आयी सरकार का छ: माह में ही इतना विवश और अक्षम होना. भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस को सलाह दी है कि देश भर में मज़ाक का पात्र बनने से अच्छा है कुछ रचनात्मक काम कर जनादेश का सम्मान करें. अन्यथा कांग्रेस की बची खुची साख पर भी कालिख लगेगी. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि काठ की हांडी दुबारा नहीं चढ़ती. आने वाले समय में समूचे देश की तरह प्रदेश में भी कांग्रेस का कोई नामलेवा नहीं रह जाएगा.