खाद्य एवं पोषण बोर्ड ने विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर आयोजित की कार्यशाला
रायपुर — विश्व स्तनपान सप्ताह-2019 को लेकर खाद्य एवं पोषण बोर्ड रायपुर और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राजधानी के महिला एवं बाल विकास कार्यालय रायपुर के सहयोग से सभा कक्ष में आज एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशालाआयोजित की गई। कार्यशाला में रायपुर और दुर्ग जिले के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यारत़ महिला पर्यवेक्षकों और परियोजनाओं अधिकारियों को स्तनपान को लेकर महिलाओं में जागरुकता लाने के लिए कई बिंदुओं पर जानकारियां दी गई। जिसमें गर्भावस्था के दौरान और शिशुओं के जन्म के बाद माताओं और बच्चों के पोषण आहार को लेकर इसके महत्तव को बताया गया । स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन 01 अगस्त से 07 अगस्त तक किया जा रहा है, जिसमें कार्यशाला, प्रश्नोत्तरी, पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता के माध्यम से जनसाधारण को स्तनपान का महत्व के प्रति जागरुकता लाने व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाया जा रहा है, विश्व स्तनपान सप्ताह – 2019 इस वर्ष का थीम रखा गया है- “सशक्त अभिभावक, संभव स्तनपान” । इस कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉक्टर अरुण कुमार दाबके रहे। इस माकै पर डॉ दाबके ने बताया कि बच्चे के उत्तम स्वास्थ्य के लिए जन्म के तुरंत बाद या एक घंटे के अंदर स्तनपान कराएं जो कि 6 माह तक केवल स्तनपान कराएं जो कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता और शाररिक और मानसिक विकास के लिए जरुरी है। इसके अलावा शिशुओं के सतत स्तनपान के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कार्यशाला में बताया गया कि स्तनपान कराने से माता और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य में लाभ होता है। कार्यक्रम में खाद्य एवं पोषाहार बोर्ड के पूर्व निदर्शन अधिकारी दिलीप व्यास ने भी पौष्टिक भोजन तथा इनके लाभ के विषय पर जानकारी दी । कार्यशाला में शामिल हुए महिला पर्यवेक्षक और परियोजना अधिकारी रायपुर जिले में संचालित 1886 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देकर महिलाओं को स्थानीय स्तर पर मिलने वाले पोषण आहार को ग्रहण कर किस तरह बेहतर स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने जागरुक करेंगें। कार्यक्रम में खाद्य एवं पोषाहार बोर्ड रायपुर के प्रभारी मनीष यादव, रायपुर जिले के महिला एवं बाल विकास कार्यालय के जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय, परियोजना अधिकारी, आंगनवाडी पर्यवेक्षक तथा सहयोगी चेतन लाल पटेल उपस्थित रहे ।