उन्नाव रेप पीड़िता को हुआ निमोनिया, अभी भी वेंटिलेटर पर
उन्होंने बताया कि घायल वकील महेंद्र सिंह को वेंटिलेटर से तो हटा दिया गया है लेकिन उसकी हालत गंभीर है। उसके सिर में चोट लगी है और उसे भी गले में छोटा सा छेद करके (ट्रैकियोस्टोमी) ट्यूब द्वारा आक्सीजन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जब कोई भी मरीज चार दिन से ज्यादा वेंटिलेटर पर रहता है तो उसे आक्सीजन देने के लिये ट्रैकियोस्टोमी विधि का इस्तेमाल किया जाता है इससे पर्याप्त आक्सीजन भी मरीज को मिलती रहती है और फेंफडों आदि की सफाई करने में भी आसानी होती है। डॉ तिवारी ने कहा कि कॉलेज के चिकित्सकों का दल पीड़िता और उसके वकील का इलाज करने में पूरी तरह से समर्थ है और केजीएमयू के सबसे अच्छे डाक्टरों की टीम दोनों का इलाज कर रही है। उन्होंने कहा कि रोगियों के परिजन की भी यही इच्छा है कि इन दोनों का इलाज लखनऊ में ही कराया जायें