370 पर कांग्रेस को खरी-खोटी सुनाने के बाद भुवनेश्वर ने दिया राज्यसभा से इस्तीफा
नई दिल्ली — राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने एक संकल्प पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य से संविधान के अनुच्छेद 370 (1) के अलावा सभी खंडों को हटाने और राज्य का विभाजन जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के दो केंद्र शासित क्षेत्रों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है। जिसके बाद कांग्रेस को दोहरी मार पड़ी है। एक तरफ कांग्रेस सरकार के इस फैसले का विरोध करती रही लेकिन कई विपक्षी दलों ने समर्थन कर दिया तो दूसरी तरफ कांग्रेस के भुवनेश्वर कलिता ने राज्यसभा की सदस्यता और पार्टी से इस्तीफा दे दिया हैं।
भुवनेश्वर कलिता कांग्रेस के वहीं सांसद थे जिन्हें आज कश्मीर मुद्दे को लेकर व्हिप जारी करना था लेकिन उन्होंने इस्तीफा देकर पार्टी को चौंका दिया। कलिता ने कहा कि आज कांग्रेस ने मुझे कश्मीर मुद्दे के बारे में व्हिप जारी करने को कहा, जबकि सच्चाई ये है कि देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और ये व्हिप देश की जन भावना के खिलाफ है। इसी के साथ ही कलिता ने जवाहरलाल नेहरू का भी जिक्र किया और कहा कि पंडित जी तो खुद धारा 370 के खिलाफ थे और उन्होंने कहा था कि एक दिन घिसते-घिसते ये खत्म हो जाएगा। कलिता ने आगे कहा कि आज के कांग्रेस की विचारधारा से प्रतीत होता है कि पार्टी आत्महत्या करना चाहती है और मैं इसका भागीदार नहीं बनना चाहता हूं।