छत्तीसगढ़ के बैंकों का एनपीए बढ़ने के लिए कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया
छत्तीसगढ़ के पढ़े लिखे युवा मुद्रा योजना के कारण बेरोजगार और कर्जदार
छत्तीसगढ़ में बैंकों के 7 हजार करोड़ डूबे
रायपुर — प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बैंकों का 7 हजार करोड़ से अधिक का एनपीए होना मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की विफलता का जीता जागता सबूत है। यह मोदी सरकार की कथित रोजगार मूलक योजना का रोजगार देने में असफल होने को प्रमाणित करता है। विभिन्न योजनाओं के जरिये मोदी सरकार के युवाओ को रोजगार देने के दावे खोखले निकले। मुद्रा योजना सहित विभिन्न योजनाये युवाओ को रोजगार नही दे पाई बल्कि युवाओ को कर्जदार बना दी। मोदी सरकार की योजनाओं के कारण छत्तीसगढ़ के बैंकों का एनपीए इतना बढ़ा है। मोदी सरकार के द्वारा शरू की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री एंप्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम, राष्ट्रीय ग्रामीण लाइवलीहुड मिशन, राष्ट्रीय शहरी लाइवलीहुड मिशन, आदिवासी स्वरोज़गार योजना, अंत्योदय स्वरोजगार योजना, स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाएं युवाओं को रोजगार देने में असफल हुई है। मोदी सरकार की विभिन्न योजना पोस्टर बाजी और विज्ञापन तक कारगर दिखती रही है धरातल पर योजनाओं का सकारात्मक परिणाम नहीं मिले हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार की पहली कार्यकाल में मनमानी तरीके से लागू की गई नोटबंदी और जीएसटी का दुष्प्रभाव खत्म नहीं हुआ है । देश के भीतर और बाहर भारत की आर्थिक स्थिति खराब है। भाजपा की मोदी सरकार रोजगार सृजन करने में असफल हो चुकी है। देश की ऑटोमोबाइल सेक्टर टेक्सटाइल मार्केट स्टील मार्केट, सीमेंट उद्योग, सहित मझोले एवं लघु उद्योग में तालाबंदी की स्थिति है।