मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुलझाई भागवत की परेशानी….मिला जाति प्रमाण पत्र …….. केवल 24 घंटे में बना जाति प्रमाण पत्र,घर पहुँचकर दिया प्रमाण पत्र
रायपुर — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाने से मायूस क़ुदमुरा के भागवत उराँव की समस्या का समाधान कर दिया है ।मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर ज़िला प्रशासन ने त्वरित करवाई करते हुए पूरी प्रक्रिया कर 24 घंटे में ही जाती प्रमाण पत्र बनाकर उसे सौंप दिया है । मुख्यमंत्री श्री बघेल ने समाचार पत्र में प्रकाशित ख़बर पर संज्ञान लिया और दूरभाष पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल को भागवत का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए थे। जिस पर कलेक्टर ने अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को तत्काल करवाई करने के लिए भेजा। कूदमूरा निवासी भागवत जाति प्रणाम पत्र नहीं होने के कारण पिछले 6 माह से परेशान था और किसी भी शासकीय योजना का लाभ भी नहीं ले पा रहा था ।दैनिक रोजी मजदूरी करके अपना जीवन चलाने वाले जाति प्रमाण पत्र के लिए पिछले 6 महीने से तहसीलदार और एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे थे ।भागवत के पास अपनी जाति को सिद्ध करने के लिए शासकीय दस्तावेज मिसल,पूर्वजों का कोई शैक्षणिक दस्तावेज जैसा रिकॉर्ड नहीं था इस कारण से उसका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा था।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश पर कलेक्टर श्रीमती कौशल ने 2 दिनों में जाति प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश एसडीएम श्री नेपाल सिंह नौरोजी को दिए थे ।एसडीएम ने भागवत को बुलाकर जाति प्रमाण पत्र बनने में आ रही परेशानी के बारे में पूछा ।भागवत ने बताया कि वह उराँव जनजाति का है और अपनी जाति सिद्ध करने का कोई सक्षम प्रमाण नहीं है । भागवत ने बताया की बहुत छोटी उम्र में ही उसके माता-पिता का देहांत हो गया था और अब वह अपनी दो बहनों के साथ कूदमूरा गांव में निवास कर दैनिक मजदूरी से अपना जीवन चला रहा है । माता पिता के अनपढ़ होने के कारण उसके पास जाति को प्रमाणित करने कोई दस्तावेज़- रिकार्ड नही है। गांव की ग्राम सभा से पारित प्रस्ताव पारित की प्रति भागवत के पास थी,जिसमें ग्राम सभा ने भागवत के उरांव जाति के होने की पुष्टि कर दी थी। इसी प्रस्ताव के आधार पर भागवत का जाति प्रमाण पत्र तैयार कर दिया गया।