सामूहिक विवाह का आयोजन सभी समाजों के लिए अनुकरणी — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
सिन्धी पंचायत द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में मुख्यमंत्री ने दिया नवदंपत्तियों को आशीर्वाद……..
रायपुर — मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सभी समाजों में सामूहिक विवाह के आयोजन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री आज रायपुर के देवपुरी स्थित गोदड़ीवाला धाम में छत्तीसगढ़ जनरल सिन्धी प्रदेश पंचायत द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिन्धी समाज एक सम्पन्न समाज है और ऐसे समाज द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन करना एक अच्छा उदाहरण और अनुकरणीय कार्य है। सभी समाजों को सामूहिक विवाह कार्यक्रम को प्रोत्साहित करना चाहिए। ऐसे आयोजन में समाज के प्रमुख लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में नागरिक शामिल होते हैं और समाज के बुजुर्गों एवं वरिष्ठजनों का आशीर्वाद नवदंपत्तियों को मिलता है। यह आशीर्वाद नवदंपत्तियों के जीवन में सुख-शांति, खुशियां और सफलता लाता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिणय सूत्र में बंधे नौ जोड़ों के समीप जाकर उन्हें अपना आशीर्वाद दिया और उनके खुशहाल और सुखमय जीवन की कामना की।
मुख्यमंत्री ने इसके पहले संत बाबा गेलाराम के दरबार पहुंचकर संत की मूर्ति में माल्यार्पण किया और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर विधायकद्वय श्री सत्यनारायण शर्मा और श्री कुलदीप जुनेजा, शदाणी दरबार के संत श्री युधिष्ठिर लाल, पूर्व विधायक श्री श्रीचंद सुंदरानी, संत गेलाराम बाबा ट्रस्ट गोदड़ीवाला धाम की अम्मा मीरा देवी, ट्रस्ट के श्री राम खूबचंदानी सहित सिन्धी पंचायत के अनेक पदाधिकारी और समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सिन्धी पंचायत द्वारा मुख्यमंत्री को मुकुट पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर जानकारी दी गई कि श्री संत गेलाराम द्वारा 25 वर्ष पहले रायपुर के देवपुरी में गोदड़़ीवाला धाम की स्थापना की गई थी। पिछले 15 वर्षों से यहां संत गेलाराम के जन्मदिन के अवसर पर 12 फरवरी को सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया जा रहा है। अब तक लगभग 600 जोड़ों का विवाह गोदड़ीवाला धाम द्वारा कराया गया है। इस धाम में एक डिस्पेंसरी का संचालन भी किया जा रहा है, जिसमें रोज लगभग 250 से 300 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। गोदड़ीवाला धाम ट्रस्ट द्वारा यहां उत्कृष्ट स्तर का प्राथमिक पाठशाला संचालित किया जा रहा है, जिसमें समीप के ग्रामीण एवं गरीब बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा दी जाती है। इस अवसर पर सामूहिक जनेऊ और मुंडन संस्कार का आयोजन करने के साथ स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया।