स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने और शारीरिक विकास के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और टेनविक संस्था के मध्य हुआ अनुबंध
रायपुर — छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के शारीरिक विकास और खेलों को बढ़ावा देने के लिए आज यहां छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) कार्यालय में स्कूल शिक्षा विभाग और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी श्री अनिल कुंबले और श्री वसंत भारद्वाज के द्वारा संचालित संस्था टेनविक के मध्य अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान श्री अनिल कुम्बले, संचालक लोक शिक्षण संचालनालय श्री एस. प्रकाश, संयुक्त सचिव स्कूल शिक्षा विभाग श्री पोषण चन्द्राकर एवं राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के डायरेक्टर (पर्सनल) श्री संदीप तुला एवं डायरेक्टर (फाइनेंस) श्री अमिताभ मुखर्जी, टेनविक संस्था के श्री वसंत भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित थे।
अनुबंध के अनुसार प्रारंभिक तौर पर प्रदेश के चार जिलों के 30 स्कूलों का चयन किया जाएगा। कार्यक्रम पर खर्च होने वाली राशि का वित्तीय प्रबंधन राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) हैदराबाद के सामाजिक दायित्व निर्वाहन निधि मद (सीएसआर) से किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कक्षा तीसरी से दसवी तक अध्ययनरत विद्यार्थियों के शारीरिक विकास के लिए 23 खेलों को चिन्हांकित किया गया है। इनमें क्रिकेट, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, बाक्सकेटबॉल, फुटबॉल, व्हॉलीबॉल, लॉनटेनिस, स्वीमिंग, शतरंज, तीरंदाजी, रायफल शूटिंग, ऐथेलेक्टिक्स, बॉक्सींग, जूडों, जिमनास्टिक, ताईक्वांडो, हॉकी, हैण्डबॉल, फेंसिंग, भारोत्तोलन, स्पीकटकराव, खो-खो एवं कबड्डी शामिल हैं। चिन्हांकित खेलों में से किन्हीं चार खेलों का चयन विद्यालय प्रमुख द्वारा किया जाएगा।
संचालक लोक शिक्षण श्री एस. प्रकाश ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में जून 2016 से सितम्बर 2017 तक महासमंुद जिले के आठ स्कूलों और कबीरधाम जिले के छह स्कूलों में आई.सी.आई.सी.आई. फाउंडेशन द्वारा संचालित किया गया था। इसी प्रकार टेनविक संस्था के माध्यम से राजनांदगांव जिले के 6 स्कूलों और जगदलपुर जिले के 10 स्कूलों में भी इसका संचालन किया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी एवं भारतीय टीम के पूर्व कप्तान श्री अनिल कुंबले एवं श्री वसंत भारद्वाज संचालित संस्था टेनविक द्वारा स्कूलों बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त होने से प्रदेश के स्कूलों से भी उत्कृष्ट स्तर के खिलाड़ी उभरेंगे।