चमत्कार करना जादू दिखाना एक हुनर है — डॉ.नरेंद्र नायक
रायपुर — चमत्कार,अंधविश्वास,पाखण्ड एवं सामाजिक कुरीतियों की वैज्ञानिक व्याख्या के लिए जनजागरण अभियान चला रहे मंगलोर कर्नाटक के प्रोफेसर डॉ.नरेंद्र नायक छत्तीसगढ़ प्रवास में रायपुर पहुचे है जहां कल बीटीआई गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन में वह व्याख्यान देंगे।इसके पूर्व बेमेतरा,दुर्ग में वह व्याख्यान देकर रायपुर पहुचे और पत्रकारों से अपने अभियान के विषय में अपने अनुभव साझा किये।
डॉ नरेंद्र नायक ने चमत्कार और जादू को एक हुनर बताते हुए पत्रकारों के सामने ही रस्सी को काटकर जोड़ने और ताश की पत्ती निकलवाकर बिना देखे पत्ती का रंग और नम्बर बताया और उसके पीछे की वजह भी बताया की यह हुआ कैसे और होता कैसे है,प्रोफेसर नायक ने खाली हाथ घुमाकर अपने हाथों से चैन भी निकालकर बताया की कैसे इसे अंजाम दिया जाता है।
प्रोफेसर नायक ने उपस्थित पत्रकारों की जिज्ञासा को शांत करते हुए अपने अभियान के अनुभव को साझा करते हुए कहा की किसी भी जादू,चमत्कार के पीछे वैज्ञानिक कारण या फिर हाथ की सफाई होती है।जिसे गहराई पर जाने से समझा जा सकता है और हम इसके लिए प्रयास कर रहे है की ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो और अंधविश्वास,पाखण्ड और समाजिक कुरीतियों से बाहर निकलकर वैज्ञानिक प्रभाव को समझे।
प्रोफेसर नरेंद्र नायक ने कहा की सामाजिक जनचेतना हम सब की जिम्मेदारी है और हमारा उद्देश्य है की सवाल होना चाहिए, सवाल किया जाना चाहिए, लोगो को जानना, समझना चाहिए की कैसे हुआ और होता है, जो कारण होता है उसको जानने की जिज्ञासा होनी चाहिए और जो वैज्ञानिक वजह होती है वह सब देखना चाहिए जिसे अधिकांश लोग चमत्कार मान लेते है।
प्रोफेसर नायक के छत्तीसगढ़ प्रवास और विभिन्न स्थानों में कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ तर्कशील परिषद तथागत सन्देश परिवार,छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा, हम भारत के लोग, ऑल इंडिया समता सैनिक दल संयुक्त रूप से करते आ रहे है।