माता – पिता के चरणों मे ही तीर्थ है — संत श्री विजय कौशल महाराज
रायपुर — श्री राम कथा के दूसरे दिन आज संत श्री विजय कौशल जी महाराज ने जीवन में माता-पिता और गुरु के स्थान के महत्व पर अपने प्रवचन से श्रद्धालुओं को अवगत कराते हुए कहा कि माता-पिता जीवित तीर्थ है।गुरु की वाणी, ईश्वर की वाणी होती है, कभी असत्य नही होती।
दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में श्री रामकथा प्रवचन के दूसरे दिन संगीतमय भजन को सुनकर कथा श्रवण का लाभ ले रहे श्रोता झूम उठे थे, श्री राम कथा के मुख्य आयोजक सीताराम अग्रवाल ने बताया कि श्री विजय कौशल महाराज ने आज अपने प्रवचन में कहा कि माता-पिता के चरणों में सभी आशीर्वाद है।माता-पिता के चरणों मे ही चारो धाम है।गुरु की महिमा बताते हुए महाराज जी ने कहा कि शिष्य भले गुरु को छोड़ दे, गुरु कभी अपने शिष्य को नही छोड़ते।इस पर उन्होंने शिकागो में विवेकानन्द जी के एक भाषण के दौरान का प्रसंग बताया कि जब विवेकानंद जी मंच पर थे और भाषण दे रहे थे तब एक फोटोग्राफर ने तस्वीर ली थी।मुलाकात होने पर फोटोग्राफर ने स्वामी विवेकानन्द को कहा कि मैं जब तस्वीर ले रहा था तो मंच पर एक व्यक्ति आपके सर पर हाथ रखे हुए थे, मैंने जब उन्हें वहां पर ढूंढा तो वह मंच पर नही थे तब विवेकानन्द जी ने कहा कि तस्वीर में तो वह दिख जाएंगे। बाद में जब तस्वीर को देखे तो वह आकृति गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस जी की थी जिसे देखकर सब अवाक रह गए थे।महाराज जी ने कहा कि गुरु के सानिध्य में भक्ति होती है।भक्ति गुरुकृपा से प्राप्त होती है।गुरु हमारे साथ ना हो पास जरूर रहना चाहिए।पास और साथ मे फर्क होता है।साथ मतलब शारीरिक रूप से करीब और पास मतलब मन में,ध्यान में रखना और जो गुरु के सानिध्य में रहते है उनका हर कार्य सफल होता है।
प्रवचन के अंत में मंच पर श्री विजय कौशल महाराज की आरती उतारी गई।सिताराम जी अग्रवाल के परिवारजनों के साथ कैलाश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, श्याम गोयल, सतपाल जैन, राजेन्द्र जी, बृजलाल गोयल, श्रीनिवास केडिया, कैलाश मुरारका, परमानन्द जैन, जगदीश अग्रवाल,शिवलाल जी, देव नारायण, सुरेंद्र राठी, मालीराम गोयल, धनपत अग्रवाल, गजानन्द अग्रवाल, अनिता खंडेलवाल, गंगा अग्रवाल, प्रिया अग्रवाल, किरण अग्रवाल ने मंच पर श्री विजय कौशल महाराज की आरती की जिसके बाद कार्यक्रम का समापन हुआ उलेखनीय है कि श्री राम कथा आयोजन समिति के द्वारा दिनांक 21 से 27 जनवरी तक श्री राम कथा का आयोजन किया गया है।