अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी , कत्ल के मामले में 6 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार ।
गरियाबंद , 15 मार्च 2020 — गरियाबंद जिला के ग्राम कामरभैंदी में हुए मंगल सोरी हत्याकांड का पीपरछेढ़ी पुलिस ने लगभग माह भर बाद खुलासा कर दिया है । मृतक के बड़े साले ने अपने 6 सहयोगियों के साथ मिलकर उक्त हत्याकांड को अंजाम दिया था और पुलिस की पकड़ से बचने के लिए मृतक को अधमरे हालत में गांव से काफी दूर एकांत में छोड़ दिया था । लेकिन ग्रामवासियों से लगातार पूछताछ के बाद पुलिस आखिरकार इस अंधे कत्ल को सुलझाने में सफल रही ।
यह हत्याकांड गरियाबंद जिले के पीपरछेड़ी थाना अंतर्गत ग्राम कामरभैंदी मे लगभग एक माह पूर्व हुआ था है । इस हुए हत्या कांड का आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक एम आर आहिरे ने इस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक मंगल सोरी सुरंगपानी गांव का निवासी था । उसका विवाह ग्राम कामरभौंदी की खिरमति से हुआ था । विवाह के बाद से वह घरजमाई बन गया था । लेकिन बच्चा नहीं होने के कारण दोनों के बीच इस बात को लेकर अक्सर वादविवाद होते रहता था । इससे परेशान हो कर मृतक मंगल अकेले ही अपने गांव वापस चला गया था, लेकिन मंगल और उसकी पत्नी के मध्य सुलह कराने के लिए समाज एवं परिवार द्वारा 14 फरवरी को ग्राम में सामाजिक बैठक आयोजित की गई । लेकिन बैठक में भी खिरमति ने मंगल के साथ रहने से साफ तौर पर इंकार कर दिया । इसके बाद मंगल फिर अपने गांव वापस चले गया । 18 फरवरी को कामरभौंदी में आयोजित ठाकुर राम के घर शादी समारोह में शामिल होने मंगल रात 9 बजे पहुंचा । यहां उसके बड़े साले गंभीर नागेश ने उसे देख लिया, यह देख मंगल चुपचाप शादी समारोह से निकल गया । लेकिन आरोपी गंभीर नागेश अपने सहयोगियों विष्णु, गोपाल, नरसिंह, गणेश और विधवा के साथ उसका पीछा करते हुए उसे दबोच लिया और हाथ मुक्का और लाठी डंडा से ताबड़तोड़ पिटाई शुरू कर दी । घटनास्थल पर मौजूद गिरधर और तरुण नामक ग्रामीणों द्वारा मंगल को बचाने का भी प्रयास किया जाता रहा लेकिन आरोपी नहीं माने । लगातार पिटाई के चलते मंगल अधमरा हो गया, यह देखकर सभी आरोपियों ने उसे घटनास्थल से काफी दूर घोटिया नाला के पास महुआ पेड़ के नीचे छोड़ कर चले गए . इधर अत्यधिक खून बह जाने के कारण मंगल की मृत्यु हो गई । मामले की सूचना मिलने पर पीपरछड़ी थाना द्वारा हत्याकांड के वास्तविक गुनाहगारों का पता लगाने के लिए लगातार ग्रामीणों से पूछताछ की जाती रही । आखिरकार शनिवार को एक-एक कर सभी आरोपी दबोच लिए गए । सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है । सभी आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 302 के तहत मामला दर्ज करते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है ।