शहर सजावट में मूर्तियां तो लगी लेकिन रख-रखाव में शासन प्रशासन फैल ।
रायगढ़ — रायगढ़ कलेक्ट्रेट के ठीक सामने आदम कद दांडी यात्रा की झांकी लगी हुई है, जिसमें लगभग 11 प्रतिमाएं हैं उसमें से एक प्रतिमा का एक हाथ टूट गया है, जिस पर आने जाने वाले ना तो किसी शासकीय अधिकारी और ना ही किसी कर्मचारी की नजर पड़ी, इस टूटी हुई प्रतिमा पर शहर के कुछ युवाओं द्वारा बनाया गया एक संगठन नव युवा दल के सदस्यों की नजर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने खंडित प्रतिमा के हाथ की मरम्मत के लिए कलेक्टर व नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंप कर प्रतिमा को जल्द से जल्द सुधारने की बात की।
आपको बता दें कि 1930 में अंग्रेजों ने नमक उत्पादन और उसके विक्रय पर भारी मात्रा में कर लगा दिया था। जिससे उसकी कीमत कई गुणा तक बढ़ गई थी। अधिक कर होने से यह गरीबों की पहुंच से दूर हो रहा था। इसके खिलाफ ही महात्मा गांधी ने 12 मार्च से 6 अप्रैल 1930 तक साबरमती से दांडी तक पदयात्रा निकाली थी। जिसे दांडी मार्च कहा जाता है।
दांडी यात्रा की झांकी के सामने सौन्दर्य के लिए लगा फव्वारा भी बंद पड़ा हुआ है, साथ ही प्रतिमा के अगल बगल कीर्तिम पेड़ लगाया गया था वो भी क्षतिग्रस्त हो गया है एवं प्रतिमा के सामने लगा रेलिंग भी जगह-जगह से टूट गया है।
नगर निगम को शहर के सौंदर्यीकरण के लिए चौक चौराहों पर लगाए गए प्रतिमाओं की देखरेख व नियमित साफ-सफाई, रंग रोगन का ध्यान रखना चाहिए, साथी ही एक बोर्ड भी लगाना चाहिए कि अगर किसी के द्वारा इन प्रतिमाओं के साथ छेड़छाड़ करते हुए पाए जाने पर उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी जिससे लोगों में जागरुकता आएगी।
क्या कहते हैं निगम कमिश्नर
निगम कमिश्नर ने कहा कि खंडित प्रतिमा का सुधार कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।
आशुतोष पाण्डेय ,निगम (कमिश्नर)
Taja khabar के लिए रायगढ़ से बिपिन सवानी की रिपोर्ट