सरकार से वादों की पूर्ति करवाना सिंहदेव की जिम्मेदारी-भाजपा
टी एस भाजपा को कोसने से पहले एक बार अपना चेहरा देख ले – विजय शर्मा
रायपुर — प्रदेश सरकार में मंत्री टी एस सिंहदेव के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री को उनकी जिम्मदारी का अहसास कराया है। भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने टी एस सिंहदेव से कहा कि वे पहले अपनी ही पार्टी के अंदर पक रही खिचड़ी का स्वाद जरूर ले लें। टी एस सिंहदेव गेंद उछालने की कोशिश न करें । कांग्रेस घोषणा पत्र के माध्यम से उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से जो वादा किया था उस पर अमल करवाने की पहली जवाबदारी उनकी है। चूंकि कांग्रेस चुनावी घोषणा पत्र समिति के सिंहदेव अध्यक्ष थे। इस लिए उस घोषणा पत्र के एक-एक अंश को ईमानदारी से लागू कारवाने की नैतिक जिम्मेदारी उन पर है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से रायशुमारी कर इसे न केवल तैयार किया था बल्कि जनता से गंगाजल की कसम लेकर वादा भी किया था। अब जब उस पर अमल करने का वक़्त आया है तब टी एस सहित मुख्यमंत्री और सरकार के तमाम लोग गोलमोल बातें कर रहे हैं। टी एस सिंहदेव को तो ऐसे भी इस्तीफा दे ही देना चाहिए। चूंकि वे घोषणा पत्र के अधिकांश वादों को पूरा करवाने की स्थिति में ही नही हैं। मुख्यमंत्री और उनके बीच की दूरी जग जाहिर है। इधर जैसे ही सिंहदेव ने इस्तीफे का बयान दिया और उधर मुख्यमंत्री ने सरकार के प्रवक्ताओं की घोषणा कर दी। इसके तुरंत दूसरे दिन कवासी लखमा का बयान आ गया कि चुनाव के 2-3 महीने पहले शराब बंदी करेंगे। कुल मिला कर यही कहा जाय कि कांग्रेस सरकार का यह पूरा मंत्रिमंडल अनियमितता, अनिश्चितता, अपरिपक्वता, उदंडता, असंवेदनशीलता के साथ चल रहा है।
भाजयुमो अध्यक्ष ने टी एस सिंहदेव पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उन्हें गंभीर चिंतन की आवश्यकता है कि क्यों आज तारीख तक उनके घोषणा पत्र में कही गयी बातें पूरी नही कर पाई कांग्रेस सरकार? न शराब बंदी कर पायी, न बेरोजगारी भत्ता दिया, न नौकरियाँ दे पायी, न पट्टे दे पायी, न आंगनबाड़ी-न मितानिनों का मानदेय बढ़ाया, न ही स्वसहायता समूहों के ऋण माफ किये, न पूरे किसानों के ऋण माफ कर पायी ऊपर से तेंदू पता बीमा समाप्त कर दिया। आपका बहुद्देशीय यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम का क्या हुआ। प्रदेश तो आपकी स्थिति का आंकलन कर ही रहा है और आपको कोस भी रहा है कि आपने ऐसे ऐसे वादे कांग्रेस पार्टी से करवा दिए जिसे पूरा करने वालों की नीयत में ही खोट है। घोषणा पत्र बनाने से पहले, जनता से झूठे वादे करने से पहले आपको अपनी अंतरात्मा से पूछना चाहिए था कि आप किन लोगों के साथ मिलकर ये वादे कर रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ की जनता के साथ आपकी नैतिक जवाबदारी बनती है कि आप उन वादों पर अमल करवाने सरकार पर दबाव बनाए और यदि आप ऐसा नही करते हैं तो आपको और कांग्रेस पार्टी को छत्तीसगढ़ की जनता कभी माफ करने वाली नही है। भाजपा पर बयानबाजी करने से पहले आप लोग स्वयं एक बार आईना देख लें और अपने मुख्यमंत्री को भी दिखाएं।