बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU)परिसर में एक छात्र की गोली मारकर हत्या
नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) परिसर में एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे कैंपस में तनाव पैदा कर दिया है। मारा गया छात्र गौरव सिंह एमसीए की पढ़ाई कर रहा था और यूनिवर्सिटी के लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल में रहता था। घटना के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बीएचयू परिसर में सरेआम फायरिंग की यह घटना मंगलवार शाम उस वक्त हुई, जब एमसीए का छात्र गौरव सिंह बिड़ला हॉस्टल के सामने खड़े हो कर अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था। इसी दौरान वहां कुछ लोग पहुंचे और गौरव सिंह पर फायरिंग शुरू कर दी। गौरव को गोली मारकर तुरंत ये हमलावर मौके से फरार हो गए। इस बीच बुरी तरह जख्मी गौरव को बीएचयू के ट्रामा सेंटर ले जाया गया। ट्रामा सेंटर में गौरव सिंह का इलाज किया गया, लेकिन उनके शरीर से खून इतना बह चुका था कि डॉक्टर गौरव को बचा पाने में कामयाब नहीं हो सके। गौरव सिंह की मौत की खबर से पूरे कैंपस में डर का माहौल पैदा हो गया। ट्रामा सेंटर के बाहर छात्रों ने हंगामा भी किया और इस दौरान धक्का-मुक्की भी देखने की मिली।
पुलिस इस घटना को निजी दुश्मनी बता रही है। सीओ कैंट अनिल कुमार सिंह ने बताया कि यह निजी रंजिश का केस है और इस संबंध में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि मृतक छात्र गौरव सिंह के पिता राकेश सिंह भी बीएचयू में ही बड़े बाबू के पद पर तैनात हैं। परिवार रोहनिया थानाक्षेत्र के अखरी का रहने वाला है। इस घटना में कई अन्य छात्र भी मामूली रूप से घायल हुए हैं। घायल छात्र आशुतोष सिंह ने बताया कि जब वह सब छात्रावास के बाहर खड़े होकर बातचीत कर रहे थे कि तभी वहां कुछ युवक पहुंचे और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।इस पूरे घटनाक्रम के लिए चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह पर आरोप लगाते हुए आशुतोष ने बताया कि यह बिरला सी के छात्रों का कारनामा है और चीफ प्रॉक्टर द्वारा ऐसे बदमाशों को प्रश्रय दिया जा रहा है। आशुतोष ने आरोप लगाया कि ऐसे बदमाशों के साथ चीफ प्रॉक्टर ने अपने दफ्तर में मीटिंग भी की थी। वहीं, घटना के बाद ट्रामा सेंटर के बाहर भी छात्रों का गुस्सा देखने को मिला. घायल गौरव को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे छात्रों ने वहां जमकर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस को जबरन उन्हें वहां से बाहर करना पड़ा। इस दौरान छात्रों द्वारा वहां तोड़फोड़ भी की गई जिसके कारण पुलिस व छात्रों में जमकर नोकझोंक भी हुई। हालात नाजुक देखते हुए भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है।
वहीं घटना के बाद तमाम छात्रों ने विश्वविद्यालय के परिसर में हुई इस घटना और आरोपियों के मौके से फरार होने को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। इसके अलावा तमाम छात्रों ने इस वारदात की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की। घटना के बाद लंका थाने की पुलिस और भारी संख्या में पुलिस बल को बीएचयू परिसर में भेजा गया, जिसके बाद अधिकारियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर अपनी जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि अब स्थिति नियंत्रण में है और गौरव सिंह के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।