जब बाढ़ ही खाने लगे खेत, तो का से करे गुहार – भाजपा
4 वरिष्ठ मंत्री व कैबिनेट दर्जा प्राप्त 4 सलाहकारों की उपस्थिति में शपथ ग्रहण कांग्रेस की कोविड के समय की भी मानसिकता जाहिर करती है।
रायपुर — कोरोना संकट की इस महामारी में जब पूरा प्रदेश इस बीमारी से पीड़ित है और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत अनेक शहरो में प्रशासन ने लॉक डाउन कर रखा है। ऐसे समय में कांग्रेस के रामगोपाल अग्रवाल और शैलेश नितिन त्रिवेदी द्वारा चार मंत्री मोहम्मद अकबर,रविन्द्र चौबे,अमरजीत भगत , जयसिंग अग्रवाल और मुख्यमंत्री के केबिनेट मंत्री दर्ज प्राप्त चारो सलाहकार समेत वरिष्ठ कांग्रेसियों की मौजूदगी में निगम, मंडल में पदभार ग्रहण करना इस महामारी से निपटने के शासन के मानसिकता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
भाजपा विधायक व प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने कहा कि जब जनता के लिए सुबह 10 बजे तक ही छूट है वह भी अतिआवश्यक चिन्हित कार्यों के लिए साथ ही सारे प्रशासनिक कार्य रोक दिए गए हैं। इन परिस्थितियों में आखिर कांग्रेस के नेताओं को किन नियमों के तहत छूट दी गई यह शासन को बताना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी प्रारंभ से ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदइंतजामी, बहुत कम मात्रा में संक्रमितों की जांच आदि को लेकर कांग्रेस शासन के कोविड महामारी के रोकथाम के लिए गंभीर न होने के आरोप लगाते रही है। आज की घटना यह सिध्द करती है कि कांग्रेस के मंत्रीगण इस महामारी को लेकर गंभीर नही है।
भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने मांग की है की कांग्रेस के जिन 32 वरिष्ठ सदस्यों ने इस लॉकडाउन के प्रावधानों का उल्लंघन किया है, उनके खिलाफ धारा 188 व महामारी एक्ट की धारा 269, 270 के तहत अपराध दर्ज किए जाएं।