राखी का सम्मान करते हों तो इस सावन पूर्णिमा को बहनो से किया वादा पूरा करें मुख्यमंत्री जी – विजय शर्मा
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राखी के साथ पत्र भेजकर छत्तीसगढ़ में शराब बंदी का वादा पूरा करने की मांग पर मुख्यमंत्री सहित कई कांग्रेसी नेताओं की प्रतिक्रिया के जवाब में भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा है कि भूपेश बघेल जी ने शराब बंदी करने गंगा मैय्या की सौगंध ले कर महिलाओं का समर्थन पाया है और जब प्रदेश की माताएँ और बहिने उन्हें और पूरी कांग्रिस को उनका वादा स्मरण करा रहीं हैं तो फिर मुख्यमंत्री जी विषय से भागने लगे हैं। डॉक्टर रमन सिंह ने गंगा जल हाथ में ले कर क़सम खाकर शराब बंदी का वादा नहीं किये थे तो इस विषय को ढाल बनाने की क़तई आवश्यकता नहीं है
वैसे भी सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने सरकार की मंशा ज़ाहिर कर ही दी है। लखमा जी कभी शराब को आदिवासी संस्कृति बताकर हज़ारों वनवासी-आदिवासी कर्मवीरों का अपमान करते हैं। कभी वे शराब को ताक़त देने वाला बताते हैं और कभी कहते हैं कि चुनाव से तीन माह पूर्व शराब बंदी की जाएगी।
वस्तुतः शराब सरकार में बैठे लोगों और कांग्रिस के नेताओं के ऊपरी कमाई का ज़रिया बन गया है। और जब-जब इस विषय को कोई छेड़े ऊपर से नीचे तक तड़पन शुरू हो जाती है।
भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की कभी मंशा नहीं रही कि शराब बंदी हो। और यदि शराब बंदी करने और प्रदेश की महिलाओं से किया वादा निभाना चाहते हैं तो आगामी सावन पूर्णिमा को राखी के दिन 3 अगस्त को पूर्ण शराब बंदी की घोषणा करें। सरकार बने 2 वर्ष पूर्ण होने वाला है परंतु शराब बंदी हेतु बनी समिति जिस पर लाखों खर्च हो चुका है उसका रिपोर्ट अब तक नहीं आया है। यदि सरकार अंतिम दो वर्षों में शराब बंदी की घोषणा भी कर दे तो उसे जनता और विशेष रूप से प्रदेश की माताएँ और बहिने चुनावी स्टंट ही मानेंगी – ऐसी शराब बंदी वादा खिलाफ़ी ही कहलायेगा।