भाजपा ने पूछा : छत्तीसगढ़ी संस्कृति और तीज-त्यौहारों का ढोल पीटने वाली सरकार महिलाओं को तीजा मनाने मायके क्यों नहीं जाने दे रही?

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प्रदेश सरकार के रवैए से उसके छत्तीसगढ़ी संस्कृति और त्यौहारों के नाम पर रचा गया पाखंड साफ़-साफ़ नज़र आ रहा : विधानी

सरकार बताए, गाँव-गाँव में महिलाओं को मायके जाने से रोकने वाली सरकारी डुगडुगी किसके कहने पर बजाई जा रही है?

जो लोग ख़ुद गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाते नज़र आते रहते हैं, वे किस अधिकार से महिलाओं को मायके जाने से रोक रहे हैं?

 

 

रायपुर — भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष पूजा विधानी ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति और तीज-त्यौहारों पर भी राजनीति करने वाली सरकार आख़िर प्रदेश की आम माताओं-बहनों को तीजा पर्व मनाने से क्यों वंचित करने पर उतारू हो गई है? श्रीमती विधानी ने कहा कि प्रदेश सरकार के इस रवैए से उसके छत्तीसगढ़ी संस्कृति और त्यौहारों के नाम पर रचा गया पाखंड साफ़-साफ़ नज़र आ रहा है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विधानी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की आड़ लेकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति का ढोल पीटने वाली प्रदेश सरकार ने समूचे प्रदेश की माताओं-बहनों को तीजा जैसे महत्वपूर्ण और पवित्र त्यौहार पर मायके जाने से वंचित कर दिया। श्रीमती विधानी ने कहा कि अपसंस्कृति का चरम तो यह है कि तीजा पर्व के लिए मायके जाने-ले जाने पर रोक की मुनादी कराके प्रदेश सरकार ने एक तरह से उन्हें ‘हाउस अरेस्ट” कर सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा तक तोड़ दी! प्रदेश सरकार एक तरफ यात्री बसों के परिचालन की बात कहती है, दूसरी तरफ माताओं-बहनों को हाउस अरेस्ट करती है; फिर कहती है कि प्रदेश सरकार का ऐसा कोई आदेश नहीं है, तो सरकार बताए कि गाँव-गाँव में जो तीजा पर्व के लिए महिलाओं को मायके जाने से रोकने वाला हाँका पड़ रहा है, वह सरकारी डुगडुगी किसके कहने पर बजाई जा रही है?
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती विधानी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार शराबबंदी के मुद्दे पर महिलाओं के साथ दग़ाबाजी करने के बाद अब इस त्यौहार पर उन्हें रोक कर अपने महिला विरोधी चरित्र पर मुहर लगा रही है। कोरोना के नाम पर क़ानूनी कार्रवाई का डर दिखाने वाली प्रदेश सरकार को मुख्यमंत्री निवास पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाकर लोगों का जमावड़ा करते समय कोरोना का ख़ौफ क्यों नहीं सता रहा था? श्रीमती विधानी ने सवाल किया कि क्या तीजा-पोला त्यौहार मनाने का अधिकार भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके इर्द-गिर्द मंडराने वालों को ही है? अब छत्तीसगढ़ की संस्कृति और तीज-त्यौहारों को भी कांग्रेस के नेता और प्रदेश सरकार अपनी जागीर बनाने पर उतारू हैं? जो लोग ख़ुद कोरोना की गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाने पर आमादा रहते नज़र आते रहते हैं, वे लोग आख़िर किस अधिकार से प्रदेश की महिलाओं को मायके जाने से रोक रहे हैं?

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