वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण ग्रामीणों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया.. आठ से दस रूपए किलों की दर से हाथों-हाथ बिक रही वर्मी खाद ।

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रायपुर, 26 अगस्त 2020 — राज्य शासन ग्रामीणों के स्वावलंबन, गांवों की समृद्धि और विकास के लिए सतत रूप से काम कर रही है। सरकार द्वारा गरीबों, किसानों, पशुपालकों और आम लोंगो को ध्यान मंें रख कर बनाई गई सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी और गोधन न्याय योजना से ग्रामीणों की आमदनी में इजाफा होने के साथ ही यह दोनों योजनाएं ग्रामीणों के रोजगार का एक सशक्त माध्यम बन गई हैं। जिला बलौदाबाजार में बने आदर्श गौठानों में पहले से ही गोबर इकठ्ठा कर वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा रहा था, जिसे गोधन न्याय योजना से जुड़ने से और अधिक मजबूती मिल गई है। बलौदाबाजार जिलें में वर्तमान में 8 गौठान में वर्मी खाद का निर्माण महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा हैं, अब तक लगभग 71 क्विटल वर्मी खाद का निर्माण हो  चुका हैं। 40 क्विटल खाद की खरीदी उद्यानिकी और वन विभाग द्वारा 10 रुपये प्रति किलो ग्राम की दर से की गई है।
जिला बलौदाबाजार के अंतर्गत ग्राम पुरैना खपरी के गौठान में कार्यरत जय माँ लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता साहू ने बताया अब तक उनकी समिति द्वारा निर्मित 10 क्विटल वर्मी खाद में से 3 क्विटल खाद की बिक्री हो चुकी हैं। जिसे उद्यानिकी एवं वन विभाग द्वारा 10 रूपये प्रति किलो ग्राम की दर से खरीदा है। इसी तरह पलारी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम टीला के गोठान में कार्यरत अन्नपूर्णा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष प्रेमीन बाई साहू ने बताया कि अभी तक उनके द्वारा 15 क्विटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया जा चुका हैं, जिसमे से 9 क्विटल खाद को 8 रुपये की दर से किसानों एवं वन विभाग को भी बेचा गया हैं। इसी तरह बिहान महिला संगठकों ग्राम खर्वे, गोढ़ी एस, रोहिना, बालपुर, कोलिहा एवं रोहरा द्वारा भी अब तक लगभग 40 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट विक्रय किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार जिले में अब तक गोधन न्याय योजना अंतर्गत 96 गौठानों में एक हजार 746 पशुपालकों से 23 अगस्त तक कुल 13 हजार 355 क्विटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। 96 गौठानो की समितियों को अब तक 26 लाख 67 हजार 96 रूपये भुगतान हेतु गौठान समिति के खातों में जारी भी कर दिया गया है। इनमंे से पशुपालकों के खाते में अभी तक 20 लाख 16 हजार 23 रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

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