छत्तीसगढ़ सरकार से बंग बंधु नाराज

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रायपुर —  राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी पत्र में फर्जी बंगाली डॉक्टर को प्रदेश से बाहर किए जाने विषय को बंगाली समाज ने गंभीरता से लेते हुए रविवार को बैठक बुलाकर सरकार के इस कृत्य पर आपत्ती दर्ज करते हुए कड़ी निंदा की है। साथ ही सरकार को आगाह करते हुए कहा भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो जिससे समाज में आक्रोश हो। और कहा सरकार में बैठे कुछ लोग भारत के एकता को खंडित करने का काम कर रहे हैं। ऐसे पत्र से प्रदेश की शांति भंग हो सकती है। फर्जी डॉक्टरों को बाहर करने हम सरकार के साथ है किंतु फर्जी बंगाली डॉक्टर कहना बहुत ही निंदनीय है। फर्जी डॉक्टर किसी भी समाज के हो सकते है। साथ ही कहा एक ही समाज को टारगेट करने के इस मंशा को कुचलने समाज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर एक ज्ञापन सौंपेगा और पत्र जारी करने वाले उस अधिकारी को हटाने की मांग करेगा। इस प्रकरण की जानकारी समाज के एक-एक बंग बंधुओं को हो इसलिए 11 अप्रैल 2019 गुरुवार को शाम 7:00 बजे बंगाली कालीबाड़ी समिति, कालीबाड़ी चौक, रायपुर में बैठक रखी गई है। बैठक में सभी बंगाली दुर्गा पूजा समिति, कालीबाड़ी समिति, हरीनाम समिति के साथ में समाज से संबंधित अन्य समितियों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में आगामी कार्यवाही को लेकर विचार व निर्णय लिया जाएगा। आज के बैठक में पूर्व एल्डरमैन एव छत्तीसगढ़ बंग समाज कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष विवेक बर्धन, सुब्रत चाकी, छत्तीसगढ़ बंग समाज कल्याण समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव दत्ता, भारत सेवाश्रम संघ के महादेव महतो, जयंत मुखर्जी, गौतम हाजरा, आर. के. राय, संजय भौमिक, सुमन दास, अमर विश्वास, आशीष दास गुप्ता, छत्तीसगढ़ बंग एकता संघ के अशेष कांति चटर्जी, अशोक राय चौधरी, मनोरंजन घरामि, डॉ इंद्रनील चटर्जी, शिवानंद बर्धन, सुजीत सरकार, प्रबीर सेन शर्मा, समित मुखर्जी, आभास समाजिक संगठन के राहुल खास्तगिर, गोविंद बर्धन, संजय मजूमदार, कृष्णा बर्धन, प्रदीप बेनर्जी सहित समाज के अनेक बंगबंधु उपस्थित हुए। बंगाली कालीबाड़ी समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत सूर ने भी अपनी सहमति प्रदान की है।

 

 

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