छत्तीसगढ़ में पहली बार लुटेरों की सरकार – डॉ. रमन सिंह
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी ने आज पूरे प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ जबरदस्त धरना प्रदर्शन करते हुए भूपेश सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों में भाजपा के नेताओं ने बागडोर संभाली और कांग्रेस सरकार की धज्जियां उड़ा दी। जहां राजधानी रायपुर में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, राजीव कुमार अग्रवाल, श्रीचंद सुन्दरानी, संजय श्रीवास्तव ने मोर्चा संभाला वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेडी कांग्रेस जिले के धरने में कांग्रेस सरकार को जमकर घेरा। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कोरबा में भूपेश सरकार पर जोरदार प्रहार किए।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरना स्थल बुढ़ापारा में भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार अग्रवाल एवं ग्रामीण जिलाध्यक्ष गुलाब टिकरिया के नेतृत्व में विशाल धरना देकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आगाह किया।
धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि छह महीने के भीतर भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़वासियों के समक्ष जो उदाहरण प्रस्तुत किया हैं वह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हमें भी 15 वर्षों तक प्रदेश की जनता ने आशीर्वाद दिया था और हमने उनके आशा और विश्वास को पूरी इमानदारी और मेहनत के साथ जो छत्तीसगढ़ पहले अति पिछड़ा एवं बीमारू राज्य कहा जाता था उसे हमने चुनिंदा विकसित राज्यों की श्रेणी में ला खड़ा किया था। परन्तु प्रदेश की कांग्रेस सरकार को प्रदेश की जनता ने जिस आशा और उम्मीद के साथ सत्ता की चाबी सौंपी उस पर ये सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी हैं। जिन लुभावने वादों और नारों के साथ इन लोगों ने सत्ता तो हासिल कर ली परन्तु आज उसी जनता के साथ वादाखिलाफी और छलावा कर रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ यह कह सकता हूं कि प्रदेश में लुटेरों की सरकार आ गई हैं। चारों तरफ गोरख धंधे शुरू हो गए हैं। लूटखसोट हो रहा है। प्रदेश अराजकता विषमता की स्थिति की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सरकार आते ही तबादला उद्योग प्रारंभ हो गया, सरप्लस बिजली वाला छत्तीसगढ़ प्रदेश अंधकार में डूब रहा है, किसानों के साथ छल हुआ, बेरोजगारों के साथ छल हुआ, महिलाओं और युवाओं के साथ छल हुआ। प्रदेश के सारे विकास के कार्य जहां के तहां ठप पड़ चुके हैं। प्रदेश कर्ज में डूबता जा रहा है। तेजी से विकास कर रहा वो छत्तीसगढ़ का विकास पूरी तरह अवरूध्द हो चुका हैं। प्रदेश में भय और आतंक का वातावरण बना हुआ है। हमने नक्सलवाद के खिलाफ 15 साल जबरदस्त संघर्ष करते हुए नक्सलियों को एक तरह से समाप्त करने की अवस्था मे थे ऐसा प्रदेश आज की तारीख में शहरों तक नक्सलियों का आवागमन शुरू हो गया है। यहां तक की सुनने में यह भी आता है कि शासकीय तंत्र में भी नक्सली घुस चुके हैं। छह महीने में ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार को छत्तीसगढ़ की जनता ने नकारते हुए लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में अपना जबरदस्त समर्थन व्यक्त करते हुए भुपेश सरकार के खिलाफ जनादेश दे दिया हैं।
प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हर मोर्चे पर प्रदेश की सरकार पूरी तरह विफल हो गई है। जनता से किए जिन वादों के साथ इन लोगों ने सत्ता संभाली आज उसी जनता को जेल की सलाखों का भय दिखाया जा रहा है। प्रदेश के किसानों को कर्जमाफी का झुनझुना दिखाते हुए उन्हें बुरी तरह ठगा गया हैं। कर्जमाफी तो नहीं हुआ परन्तु उन्हें अब फसल लेने के लिए नया कर्ज भी नहीं दिया जा रहा है। प्रदेश का किसान बीज, खाद और पैसे के अभाव में अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। प्रदेश के बेरोजगार प्रोत्साहन भत्ता पाने की आस में मायूस हो गए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों के साथ भी जबरदस्त धोखा किया हैं। सबसे बड़े धोखा तो प्रदेश के मातृशक्ति महिलाओं को दिया है। शराबबंदी के नाम पर सत्ता में काबिज हुए भूपेश बघेल शराब दुकानों का समय बढ़ा दिया हैं। सम्पत्ति कर आधा करने, स्वसहायता समूह के ऋणों को माफ करने जैसे वादे भी खोखले साबित हुए हैं। भूपेश बघेल के लिए यह चेतावनी है कि वे अतिशीघ्र वे प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर ले आयें अन्यथा प्रदेश की जनता के साथ भारतीय जनता पार्टी सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी।
प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भूपेश बघेल सरकार को ललकारते हुए कहा कि क्या हुआ उनका आईना, उस पर अपना चेहरा देखा की नहीं। यदि नहीं देखा हैं तो यह समझ लें लोकसभा चुनावों में प्रदेश की जनता ने उनका असली चेहरा उन्हीं के आईने में दिखा दिया हैं। लंबे चौड़े वादे तो खूब किये थे इन्होंने परन्तु आज छह महीने तक प्रदेश की कांग्रेस सरकार विकास का एक ईंट जोड़ नहीं पायी। जितने विकास के कार्य पूर्व की भाजपा सरकार ने पूर्ण किये हैं उन्हें जनता को समर्पित करने के लिए भी भाजपा का अल्टीमेटम देना पड़ रहा हैं तब कहीं जाकर सैकड़ों सड़क, पुल, पुलियों, ओवर अंडरब्रिज में ले देकर आज एक अवंति विहार का रेल्वे ओवरब्रिज जनता को समर्पित कर पाये हैं। हमने छत्तीसगढ़ प्रदेश में विकास की गंगा बहाई थी परन्तु भूपेश सरकार के आते ही बदलाव की राजनीति करने वाले भूपेश बघेल बदलापुर की राजनीति करने में लग गए। जो विकास के कार्य छोटे-मोटे काम को लेकर रूक गए थे उन्हें भी पूरा करने में प्रदेश सरकार को पसीना आ रहा हैं। इस धरने के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की भूपेश सरकार को चुनौती देती हैं कि प्रदेश का विकास अवरूध्द न करें आपको जनता ने चुनकर भेजा हैं जनता की चिंता करते हुए जनहित के सारे कार्य शीघ्र प्रारंभ करें अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आपकी गीदड़ भभकी और जेल की सलाखों से डरने वाले नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की जनता के हित में सड़क की लड़ाई लड़ेगी।
धरने को भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार अग्रवाल, ग्रामीण जिलाध्यक्ष गुलाब टिकरिया, श्रीचंद सुन्दरानी, संजय श्रीवास्तव, छगनलाल मूंदड़ा, श्रीमती चन्नी वर्मा, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, श्रीमती मीनल चौबे, लीलाधर चंद्राकर, श्रीमती रूकमणी वर्मा, राजेश पांडेय, सचिन मेघानी, राम प्रजापति, विजय जयसिंघानी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री श्यामसुंदर अग्रवाल एवं आभार प्रदर्शन पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक पांडेय ने किया।
धरने में प्रमुख रूप से संगठन महामंत्री पवन साय, देवजी भाई पटेल, चंद्रशेखर साहू, नंद कुमार साहू, अशोक बजाज, रोड्रिक्स बर्नाड, अम्बिका यदु, नवीन मारकंडेय, प्रफूल्ल विश्वकर्मा, मोहन एंटी, लोकेश कावडिया, संजय ढीढी, नलिनीश ठोकने, मनोज प्रजापति, सत्यम दुवा, हेमेन्द्र साहू, बजरंग खंडेलवाल, खेमराज बैद्य, जयंती पटेल, योगी अग्रवाल, नवीन शर्मा, श्याम चावला, सीमा साहू, अनिता महानंद, ज्ञानचंद चौधरी, अकबर अली, जयप्रकाश चंद्रवंशी, ओंकार बैस, सुभाष तिवारी, मोहन उपारकर, व्यास नारायण सिंह, श्यामा मुखर्जी, सुरेन्द्र पाटनी, उमा शंकर वर्मा, शिवजलम दुबे, गोपी साहू, विजय शर्मा, अजय साहू, मृत्युंजय दुबे, मकमुर इकबाल खान, पुरुषोत्तम देवांगन, आशीष अग्रवाल, रामकिंकर सिंह, राजू चक्रवर्ती, किशन व्यास, अमरजीत छाबड़ा, अनुराग अग्रवाल, गौरी शंकर श्रीवास, मुरली शर्मा, मोहन साहू, हरीश ठाकुर, आशु चंद्रवंशी, गज्जूू साहू, कमलेश शर्मा, विपीन पटेल, रामेश्वर पटेल, मुकेश पंजवानी, बिहारी लाल साहू, रामलाल साहू, विनय ओझा, तुषार चोपड़ा, नीलम सिंह, सुभद्रा तंबोली, अनूप खेलकर सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।