मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के कलेक्टर्स और एस पी की जमकर क्लास ली …
रायपुर — मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कलेक्टर्स, एसपी कांफ्र्रेंस में प्रदेश के कलेक्टर्स एवं एसपी की जमकर क्लास ली , कहा कि तहसील, एसडीएम और थाने लेवल का काम को लेकर लोग मुख्यमंत्री जनदर्शन में आ रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि कलेक्टर, एसपी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनदर्शन में नामंतरण, बंटवारा और थाने में गलत एफआईआर का मामला अगर मुख्यमंत्री के पास आता है तो जाहिर है,की कलेक्टर, एसपी के काम ठीक नहीं है। डीएमएफ के फिजूलखर्ची को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि इसका सही उपयोग नहीं हो पा रहा। इस पैसे से बड़ी बिल्डिंग बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। इस पैसे से टीचर, डॉक्टर की भर्ती करेंगे तो ज्यादा बेहतर होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमएफ की राशि माईनिंग प्रभावित लोगों का जीवन स्तर उठाने के लिए है , उनके कल्याण के लिए है न कि ठेकेदारों के लिए। उन्होंने कहा कि इस पैसे को इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च न करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टरों को आम आदमी की परेशानियों को समझना चाहिए। फॉरेस्ट एक्ट का भी कड़ाई से पालन होना चाहिए। गोठान क्षेत्र में चिन्हांकित करने को प्राथकिता दी जानी चाहिए। गांवों की योजना सरकारी नहीं बल्कि लाभकारी होनी चाहिए।
राजधानी के सर्किट हाउस में सुबह 11 बजे कलेक्टर, एसपी कांफ्रेंस शुरू हुआ। इसमें मुख्यमंत्री के अलावा चीफ सिकरेट्री सुनील कुजूर, डीजीपी डीएम अवस्थी, एसीएस फॉरेस्ट सीके खेतान, एसीसी पंचायत एवं गृह आरपी मंडल, सिकरेट्री टू सीएम गौरव द्विवेदी, खुफिया चीफ संजय पिल्ले समेत मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सिकरेट्री समेत 27 जिलों के कलेक्टर, एसपी और आईजी शामिल हुए है ।