भाजपा नेता बिरझू तारम की अंतिम यात्रा में मोहला-मानपुर पहुंचे, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह

0

अब छत्तीसगढ़ की जनता को यह निर्णय करना है कि उन्हें कानून व्यवस्था चाहिए या ऐसे आतंक का वातावरण?: पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह

मोहला-मानपुर। 21/10/2023 छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री , मनसुख मांडविया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कल मोहला-मानपुर में हुई भाजपा नेता बिरझू तारम की हत्या पर दुख जताया उसके साथ ही लगातार हो रही हिंसा और भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग के लिए कांग्रेस सरकार को दोषी बताया उन्होंने कहा कि “हिंदुस्तान ज़िंदाबाद” बोलने पर भिलाई में जान से मार दिया।
“माता दुर्गा की प्रतिमा” स्थापित करने पर मोहला मानपुर में जान ले ली।
“एक वर्ग विशेष” का अत्याचार नहीं सहा तो बीरनपुर में बलिदान हो गये।
भाजपा के ध्वज तले जनता की आवाज़ उठाई तो बस्तर में हत्या कर दी।

लेकिन यह सरकार कहती है कि “भरोसा” करो, आख़िर किस बात का भरोसा?

अब छत्तीसगढ़ की जनता को यह निर्णय करना है कि उन्हें कानून व्यवस्था चाहिए या ऐसे आतंक का वातावरण?
इसके साथ ही आज वे मोहला-मानपुर पहुंचकर बिरझू तारम की अंतिम यात्रा में शामिल हुए साथ ही परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी कल ही बात थी बिरझू तारम से मुलाकात हुई और आज माँ दुर्गा का एक बेटा पंचतत्व में विलीन हो गया। उन्हें अश्रुपूरित विदाई देकर परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त की।

आज मैं सभी अलोकतांत्रिक ताकतों को चुनौती दे रहा हूँ कि अब ऐडी-चोटी का जोर लगा लेना क्योंकि मोहला-मानपुर की जनता के आँखों से बहा एक-एक आँसू तुम्हें ख़ाक में मिला देगा।
पूरे मामले के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन परिस्थितियों में हत्या की गई उससे स्पष्ट है कि यह टारगेट किलिंग का मामला है और राजनीतिक षड्यंत्र इसके पीछे है।
एक प्रकार से सार्वजनिक रूप से जब धमकी दी जाती है, हत्या करने की, मार डालने, की हाथ पैर तोड़ने की धमकी दी जाती है, दुर्गा की प्रतिमा को खंडित किया जाता है, दुर्गा की प्रतिमा को पुनर स्थापित के बाद गोली मारने की बात कही जाती है और इस प्रकार की घटना विधायक की उपस्थिति में होता है, यह इस सरकार के लिए, प्रशासन के लिए शर्म की बात है।

पूरी घटना के मालूम होने के बाद भी जब लोगों को धमकी दिया गया, शिकायत हुआ, एफआईआर दर्ज करवाई गई इसके बाद भी प्रशासन मौन रही और सुरक्षा देने में असफल रही। यह राजनीतिक हत्या है और इसके पीछे कहीं न कहीं षड्यंत्र है।
आज की घटना कोई पहली घटना नहीं है इसके पहले भी लगातार इस प्रकार की कई बड़ी घटनाएं हो चुकी है। बस्तर में भी भारतीय जनता पार्टी के 6-7 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई, यह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने के लिए राजनीति षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है। सनातन के लिए जो खड़ा होता है उसको किस प्रकार कुचला जा सकता है इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश है इसलिए हम इसके उच्च स्तरीय जाँच की मांग करेंगे।

अंतिम संस्कार में पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे कार्यकर्ताओं की इस प्रकार से हत्या बेहद दुखद है जनता हिंसा को कभी पसंद नहीं करती।जनता हिंसा और इस कांग्रेस सरकार के खिलाफ है।सांसद संतोष पांडे ने भी अंतिम संस्कार में पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *