दिव्यांग श्रीमंत के सपनों को मिलेगी मंजिल,खेल की राह में नही आयेगी कोई मुश्किल
आर्म रेसलिंग में भारत को स्वर्ण दिलाने वाले श्रीमंत को मुख्यमंत्री ने दी बधाई
जन चौपाल में एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की
रायपुर — एक खिलाड़ी का सपना होता है की खेल की दुनिया में अपनी प्रतिभा से खेल और देश का नाम रौशन करे। एशियन पैरा आर्म रेसलिंग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुये स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ भिलाई के दिव्यांग खिलाड़ी श्रीमंत झा का भी कुछ ऐसा ही सपना है। आज प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब पंजाकुश्ती के चैम्पियन श्रीमंत ने मुलाकात की तो मुख्यमंत्री ने उसे खेल के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी। दिव्यांग चैम्पियन श्रीमंत झा के सपनों में कोई रूकावट न आये और वह खेल के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य का नाम इसी तरह रौशन करता रहे इसलिये एक लाख रूप्ये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की।
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित जनचौपाल कार्यक्रम केे दौरान श्रीमंत झा ने बताया कि पिछले माह अगस्त में उसने किर्गिस्तान देश में आयोजित पैरा एशिया आर्म रेसलिंग ( पंजा कुश्ती) प्रतियोगिता में भारत देश का प्रतिनिधित्व करते हुये स्वर्ण पदक जीता है। इस चैम्पियनशीप के साथ ही वह स्वीटजरलैंड में आयोजित होने वाले स्वीश ओपन पैरा आर्म रेसलिंग स्पर्धा के लिये क्वालीफाई हो गया है। उसने बताया कि 2013 से अभी तक 13 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में विभिन्न अवार्ड हासिल किया है। भिलाई निवासी श्रीमंत झा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने पर खुशी व्यक्त करते हुये कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में शामिल होने के दौरान आर्थिक रूप से दिक्कतों का समाना करना पड़ता है, ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मान देकर एक खिलाड़ी को खेल के प्रति प्रोत्साहित किया ।