खमरिया क्षेत्र से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सदस्यों ने मब्स की आजीविका परियोजना स्थलों का किया दौरा

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पारसा, 6 मार्च 2020 —  छत्तीसगढ़ स्थित सरगुजा ज़िले से स्वयं सहायता समूह की 35 महिलाओं ने अदाणी फाउंडेशन द्वारा समर्थन प्राप्त समिति मब्स के विभिन्न परियोजना स्थलों का दौरा किया। उदयपुर ब्लॉक के गाँवों जैसे गुमगा, घाटबर्रा, साल्ही और पारसा में मब्स समिति के परियोजना स्थल हैं।

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के खमरिया क्षेत्र की सेक्टर इंचार्ज ने इस दौरे का नेतृत्व किया। 35 महिलाओं के इस समूह ने सैनिटरी पैड मेकिंग यूनिट, व्हाइट फिनाइल मे किंग यूनिट, स्पाइस ग्राइंडिंग यूनिट, वर्मी कम्पोस्ट मे किंग यूनिट, एवं उद्यमी रिसोर्स सेंटर का दौरा किया तथा महिलाओं की कड़ी मेहनत से प्रभावित हुए।

इस मीटिंग के दौरान सुश्री जूही ने अदाणी फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, समृद्धि एवं सशक्ति करण प्रशंसनीय है। अदाणी फाउंडेशन के समर्थन तथा प्रोत्साहन से ग्रामीण महिलाएँ पूर्ण रूप से सशक्त हुई हैं तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ भी मब्स से प्रेरित हुई हैं।”

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं मब्स समिति के परियोजना स्थलों से सैनिटरी पैड, व्हाइट फिनाइल तथा मसाले ख़रीदे तथा खमरिया क्षेत्र में भी ग्रामीण पैड बैंक की शुरुआत करने का फ़ैसला किया। अदाणी फाउंडेशन से श्री उमेन्द्र साहू, सुश्री निरूपा सोनी एवं श्री अनिल जैसवाल ने मब्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही मब्स की ओर से मार्केटिंग एवं सेल्स प्रमुख श्रीमती रजनी श्रीवास्तव ने इस दौरे को सफ़ल बनाया।

मब्स के बारे में:

मब्स, अदाणी फाउंडेशन के निरंतर सहयोग से स्थापित एक स्वतंत्र समिति है जिससे जुड़ी 250 महिलाएँ अपने कौशल से विभिन्न आजीविका परियोजनाओं का संचालन करती हैं। सहकारी समिति के सदस्य सतत उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं और जिले के किसान क्लब द्वारा उगाये अनाज और सब्ज़ियों की उपभोगता भी बढ़ाते हैं जिससे जिले के किसानों को फसल पर निश्चित आमदनी होती है। स्कूल के लि एमिड-डे मील बनाने में मब्स की महिलाएँ इन अनाजों और सब्ज़ियों का इस्तेमाल करती हैं जिससे ग्रामीण भारत के छात्रों की पोषण-सम्बन्धी ज़रूरतें पूरी होती हैं।

अदाणी फाउंडेशन के बारे में:

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देशभर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जनभागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।

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