राजभवन को संक्रमण से बचाने किये गए हैं ये उपाय…

0

राज्यपाल निवास और दफ़्तर लाल कोठी इनर जोन बना

 

भोपाल – राजभवन परिसर में कोविड 19 संक्रमण के दृष्टिगत जरूरी सावधानियों की प्रतिदिन उच्चस्तरीय समीक्षा की जाएगी। परिसर के कर्मचारियों के आवास क्षेत्र को कोविड 19 प्रभावित कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर समस्त स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को सुनिश्चित किया गया है। आगंतुकों के आवागमन, कर्मचारियों के स्वास्थ्य आदि की कड़ी मॉनिटरिंग के लिए दैनिक समीक्षा की व्यवस्था की गई है ताकि परिस्थिति अनुसार व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के कार्य तत्काल किए जा सके।
राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि राजभवन में कोविड 19 की चुनौती का सामना करने के लिए सभी आवश्यक सावधानियों के पालन को सुनिश्चित किया गया है। इसके लिए राजभवन परिसर में क्षेत्र विशेष अनुसार व्यवस्था की गई है। राजभवन परिसर में स्थित कर्मचारियों के आवास वाले कंटेनमेंट क्षेत्र एवं शेष क्षेत्रों के लिए वर्गीकृत व्यवस्था की गई है। उसी के अनुसार सभी आवश्यक हिदायतें और एहतियात बरतने की व्यवस्था है। राज्यपाल के निवास और कार्यालय लाल कोठी को इनर जोन बनाकर आवागमन व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है। कार्यालयों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के निर्देश दिए गए हैं। परिसर स्थित कार्यालयों को अस्थाई रूप से बंद किया गया है। आवश्यकता होने पर ही कर्मचारियों को बुलाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि राजभवन को पृथक क्षेत्र दर्शाने के लिए बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रशासन द्वारा घोषित किये गये कंटेनमेंट क्षेत्र में निर्धारित प्रोटोकाल और स्टैण्डर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर का कड़ाई से पालन करवाया जा रहा है। कंटेनमेंट क्षेत्र के दोनो ओर एक चार का गार्ड लगाकर आवश्यक सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। राजभवन में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाना सुनिश्चित किया गया है। आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। राजभवन परिसर में निवासरत तथा कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जायेगी। राजभवन के इनर जोन में कार्यरत किचिन एवं अटेण्डेंट आदि के स्वास्थ्य की नियमित जानकारी लेकर उनका उत्तम स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जायेगा। इनर जोन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों का टेम्परेचर स्केन कर उसका रिकार्ड रखा जायेगा। राजभवन के गेट नं 01 एवं 03 को पूर्णतः सील किया गया है।
श्री दुबे ने बताया कि राजभवन परिसर में निवासरत सभी परिवारों को मेडीकल इमरजेंसी को छोडकर तीन दिवस तक बाहर जाने पर प्रतिबंध रहेगा। संबंधित को बाहर जाने से पूर्व आवश्यक अनुमति प्राप्त करनी होगी। परिसर में आवश्यक सेवाओं जैसे गार्डनिंग, साफ-सफाई, गौ-शाला, नल, जल, बिजली, मोबाइल, टी.वी. आदि की व्यवस्थाओं के लिए कर्मचारियों को प्रवेश दिया जा सकेगा। सभी को सुरक्षा मापदंडों का पालन करना होगा। शेष किसी अन्य परिस्थिति में किसी व्यक्ति को सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद ही प्रवेश दिया जायेगा। सभी वस्तुओं का सेनेटाइजेशन होने के बाद ही राजभवन के गेट नं 02 से प्रवेश की अनुमति होगी। परिसर में निवासरत कर्मचारियों से आवश्यकता पड़ने पर कार्य लिया जा सकता है। बाहर से आने वाले कर्मचारियों को भी आवश्यकता अनुसार कार्य हेतु समय-समय पर बुलाया जा सकेगा। कंटेनमेंट एवं शेष क्षेत्रों के वाहनों के लिए आवश्यक सावधानी बरतने और आवागमन प्रतिबंध के नियमों की निगरानी के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। राजभवन परिसर मे सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मे सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करवाते हुए मांडू पार्किंग क्षेत्र में निर्धारित समय पर करवाने की व्यवस्था की गई है। राजभवन में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए नगर निगम भोपाल से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा।
सचिव श्री दुबे ने बताया कि राज्यपाल के निवास क्षेत्र में बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति का आवागमन नहीं होगा। राज्यपाल की डयूटी में कार्यरत कर्मचारियों को उसी क्षेत्र में ठहराने की व्यवस्था की गई है। सभी कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट करवाने के उपरांत स्वस्थ कर्मचारियों को ही इस क्षेत्र में ठहराया गया है। राज्यपाल के निवास क्षेत्र में ठहरने वाले कर्मचारियों द्वारा मास्क, ग्लब्स एवं सेनेटाइजेशन जैसे सुरक्षा मानको का पूर्णतः प्रयोग सुनिश्चत किया जा रहा है। राज्यपाल से मुलाकात से पूर्व सभी प्रकार की सावधानियां और प्रोटोकाल जैसे दो गज दूरी रखने, मास्क एवं शू कव्हर पहनने, सेनेटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग आदि सुनिश्चित करने के बाद ही मुलाकात की अनुमति की व्यवस्था है। आवश्यकतानुसार कारकेड की उपलब्धता की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *