दैनिक वेतन भोगियों के नियमितीकरण के मांग को भुल गई है सरकार ।

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छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ पं.क्र.548 के प्रान्ताध्यक्ष कमलनारायण साहु नें कहा कि सरकार दैनिक वेतन भोगियों का नियमितीकरण करने का वादा को भुल गई, सरकार में आने के पूर्व कांग्रेस पार्टी ने अपने जन घोषणा पत्र में दैनिक वेतन भोगियों का नियमितीकरण करने का वादा किया हुआ है, और जैसे हि सरकार में आने के बाद सचिव छ. ग. शासन सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा क्रियान्वयन करनें हेतु समस्त विभागों को लेख भी किया था एवं अपर मुख्य सचिव गृह विभाग के अध्यक्षता में समिती गठित किया था किन्तु कार्यवाही नही हो पाया उसके पश्चात प्रमुख सचिव वाणिज्य उद्धोग तथा सार्वजनिक उपक्रम विभाग के अध्यक्षता में समिती गठित किया गया किन्तु दैनिक वेतन भोगियों को नियमितीकरण करने के संबंध में आज तक नियमितीकरण का निर्णय नही लिया गया, सरकार दैनिक वेतन भोगियों के नियमितीकरण को भुलकर अनियमित कर्मचारी एक लाख अस्सी हजार के चकल्लस में पड़ गया और दैनिक वेतन भोगियों का मुल अधिकार देना भुल गया सरकार, यह दुर्भाग्य पूर्ण विषय है कि जनघोषणापत्र के बिन्दु क्र 11 में अनियमित/दैनिक वेतन भोगी कर्मचारीयों का नियमितीकरण एवं किसी भी कि छटनी नही कि जायेगी तथा 02वर्ष सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावेगा!

दैनिक वेतन भोगियों को छोड़ दिया गया और अंतिम पंक्ति में जो शिक्षाकर्मी का मांग था पूरा कर दिया गया, शिक्षा कर्मीयों को नियमितीकरण करने पद हमें कोई दिक्कत नही है किन्तु सरकार के अन्याय पूर्ण निर्णय पर हमें दिक्कत है, भाजपा सरकार भी शिक्षा कर्मीयों के बारे में हिं सोंचा और कांग्रेस सरकार भी लेकिन किसी भी सरकार ने दैनिक वेतन भोगियों के भविष्य के बारे में नही सोंचा, ठगती रही है हर सरकार जबकी पुरे छ्त्तीसगढ़ में समस्त विभागों को मिलाकर 15,500 दैनिक वेतन भोगी कार्यरत है जिसमें वन विभाग में 5,000 दैनिक वेतन भोगी है, एक तरफ 02वर्ष कार्य पूर्ण करने वाले शिक्षाकर्मियों को सरकार नियमितीकरण करती है वही दुसरी तरफ 10वर्षो से कार्यरत दैनिक वेतन भोगियों को सरकार और विभाग नियमितीकरण से वंचित करती है कितना विडंबना है किस्मत का, चाहें मंत्री हो या किसी भी विभाग के सचिव हो या अधिकारी किसी ने दैनिक वेतन भोगियों के भावनाओं को समझने का प्रयास नही किया, इसी प्रकार से दैनिक वेतन भोगियों को छलता रहा तो किसी भी पार्टी पर विश्वास नही करेगा दैनिक वेतन भोगी !इस भयावाह कोरोना महामरी के समय में भी दैनिक वेतन भोगी अपने कर्तब्यों का निर्वहन कर रहे है येसे में एकाएक अंदेखा किया जाना न्याय से परें है दैनिक वेतन भोगियों को नियमितीकरण करने हेतु संगठन के पदाधिकारी हर मंत्री से मिले है सबका यही कहना है कि नियमितीकरण का निर्णय मुख्यमंत्री महोदय हि लेंगें, हमने सोंचा था कि किसान पुत्र है हमारा दर्द समझेंगें और नियमितीकरण करेंगें किन्तु दुर दुर तक नजर नही आ रहा है कि माननीय मुख्यमंत्री हमारे हित में निर्णय लें, सरकार बनने पर दैनिक वेतन भोगियों में बहोत आश था किन्तु सभी आस टुटती हुई नजर आ रहा है पता नही अब यह वादा सच होगा या झुठ, धरे के धरे न रह जाये यह जनघोषणा पत्र का वादा! छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के समस्त भाईयों एवं बहनों कि ओर से माननीय श्री भुपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छ. ग. शासन को बधाई एवं शुभकामनायें! भगवान आपको शदबुद्धी दे,ताकि जल्द से जल्द दैनिक वेतन भोगी को नियमितीकरण कर सकें!

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