देश की राजनीति का सबसे बड़ा दलित चेहरा रामविलास पासवान नही रहे ।
रामविलास पासवान का निधन
देश की राजनीति का सबसे बड़ा दलित चेहरा चला गया ।
भारतीय राजनीति के रिकॉर्ड धारी नेता नही रहे ।
1989 में बडी जीत के साथ लोकसभा पंहुचे थे ।
रामविलास पासवान 8 बार लोकसभा और1 बार राज्यसभा सांसद रहे ।
1977 में हाजीपुर से पहिली बार चुनाव लड़े।
1999 में बाजपेयी सरकार में मंत्री बनाये गए ।
दलित नेता के तौर पर बिहार से लेकर दिल्ली तक अपनी राजनीति धमक बरकरार रखे थे । पासवान को जितना मान सम्मान कांग्रेस सरकार में मिला उतना ही भाजपा सरकार में भी मिला ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मैं शब्दों से दुख बयां नही कर सकता ।
I am saddened beyond words. There is a void in our nation that will perhaps never be filled. Shri Ram Vilas Paswan Ji’s demise is a personal loss. I have lost a friend, valued colleague and someone who was extremely passionate to ensure every poor person leads a life of dignity. pic.twitter.com/2UUuPBjBrj
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2020