अभनपुर के केन्द्री गाँव में एक ही परिवार के 5 सदस्यों के शव मिलने की घटना दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण – विष्णुदेव साय
काम ना मिलने से आर्थिक तंगी के चलते बड़ी घटना का सामने आना रोजगार को लेकर आत्ममुग्ध सरकार के दावों की सच्चाई बयां करती हैं
आयुष्मान भारत व स्मार्ट कार्ड को राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश हित में पुनः प्रारंभ करे राज्य सरकार
रायपुर — भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने अभनपुर के केन्द्री गाँव में एक ही परिवार के 5 सदस्यों के शव मिलने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताया हैं। उन्होंने अभनपुर की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सरकार से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में परिवार की आर्थिक तंग और तंगी के चलते इलाज नहीं करा पाने एवं मानसिक रूप से परेशान होने और हत्या व आत्महत्या की भी जानकारियां सामने आ रही हैं। आर्थिक तंगी के पीछे रोजगार न मिल पाना बताया जा रहा हैं। इस दुखद घटना की निष्पक्ष जांच और घटना के पीछे के कारण सामने आने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार को लेकर बड़े बड़े दावे सामने रखे जा रहे हैं। काम ना मिलने से आर्थिक तंगी के चलते बड़ी घटना का सामने आना रोजगार को लेकर आत्ममुग्ध प्रदेश सरकार के दावों की सच्चाई बयां करता हैं। उन्होंने कहा कि काम नहीं मिलने से बेरोजगारी के चलते आर्थिक तंगी और मानसिक परेशानी के साथ इलाज के अभाव के चलते एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मृत्यु जैसी घटना सरकार के दावों और कार्यप्रणाली के अंतर को स्पष्ट करती हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि अभनपुर की घटना यदि आर्थिक तंगी के चलते इलाज के अभाव में घटित हुई हैं तो यह चिंता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आर्थिक तंगी के कारण स्वास्थ्य सुविधा के लाभ से वंचित होना प्रदेश सरकार के सामने गम्भीर प्रश्न खड़ा करता हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी तमाम योजनाएं जो केंद्र सरकार या पूर्ववर्ती राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही थी को बिना किसी भेद भाव के राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश हित में सहजता और सुगमता से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की भाजपा सरकार में जो स्मार्ट कार्ड के माध्यम से 50 हजार रुपये तक कि राशि बेहतर इलाज के लिए दी जाती थी उसे प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना को प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ में बंद कर दिया हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी जनता के हित की योजनाओं को बंद करना प्रदेश सरकार के लिए आत्म चिंतन का भी विषय हैं कि किस दिशा में प्रदेश और प्रदेश की जनता को यह सरकार ले जाना चाहती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से स्मार्ट कार्ड योजना और आयुष्मान योजना को प्रदेश में पुनः प्रारम्भ करने का आग्रह करते हुए कहा कि भविष्य में प्रदेश में आर्थिक तंगी के चलते इलाज के अभाव में किसी को भी ऐसे कदम उठाने मजबूर न होना पड़े, इलाज से वंचित कोई भी न हों इस दिशा में राजनीति से ऊपर उठकर कदम बढ़ाने की आवश्यकता हैं।