सलाम नमस्ते सामुदायिक रेडियो की नयी शुरुवात… “मास्क नहीं तो टोकेंगे कोरोना को रोकेंगे ” मास्क मस्ट है ।
सलाम नमस्ते सामुदायिक रेडियो प्रेरित कर रहा है नयी शुरुवात के लिए
बर्षा छाबरिया की कलम से ✍️
त्योहारों का समय आ गया है मगर कोरोना का समय नहीं गया ,त्योहारों में समुदाय को ख़ास ध्यान रखने की आवश्यकता है यह सन्देश सामुदायिक रेडियो सलाम नमस्ते द्वारा निरंतर समुदाय को कोविड से बचाव के लिए लाया जा रहा है ,
स्मार्ट एन जी ओ के संयुक्त तत्वाधान में यह मुहीम देश भर के २०० सामुदायिक रेडियो स्टेशन द्वारा चलायी जा रही है ,
समुदाय द्वारा कोविड उचित व्यवहार की सावधानी कैसे बरतनी चाहिए एवं नयी शुरुवात एंथम के साथ जागरूकता के लिए प्रसारित किया जा रहा है,मास्क का केवल पहनना ही नहीं बल्कि सही तरीके से पहनना बहुत ज़रूरी है, किसी को मास्क के बिना देखें तो उसे टोकना हमारी ज़िम्मेदारी है ,समुदाय से जो मास्क का प्रयोग कर रहे हैं उन्हें हीरो और शेरो नाम देकर उनकी सराहना भी की जा रही है ,
कई जागरूकता के स्लोगन प्रयोग किये जा रहे हैं जैसे की “मास्क नहीं तो टोकेंगे कोरोना को रोकेंगे “,” मास्क मस्ट है “ आदि ,
त्योहारों में ख़ास कर मास्क हमेशा ठीक तरीके से पहने, सामाजिक दूरी का पालन, हाथों की साफ़ सफाई का ध्यान, घर के बने खाने को प्राथमिकता दें इन संदेशों से नयी शुरुवात की जागरूकता फैलाई जा रही है ,
समुदाय में जागरूकता के लिए टीम द्वारा समुदाय में मास्क भी बांटें जा रहे है ,विभिन्न प्रतियोगिताएं के माध्यम से ,चित्रकला आदि से भी जोड़ा जा रहा है समुदाय को
स्टेशन हेड बर्षा छाबरिया ने बताया की नयी शुरुवात स्मार्ट एन जी ओ के साथ देश भर में कोरोना से बचाव की एक सामूहिक पहल है जिसमे जन जन को जुड़ना है ,समुदाय की जागरूकता से ही लड़ेगा भारत जीतेगा भारत