गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू
रायपुर: लोक निर्माण एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज धमतरी जिले के प्रवास के दौरान विभागीय बैठक ली। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सड़क एवं भवन निर्माण में अनिवार्य रूप से गुणवत्ता लाएं। यदि कोई कार्य गुणवत्ताहीन पाया जाता है तो संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध उच्चस्तरीय विभागीय जांच कराई जाएगी और इसमें अगर शिकायत सही पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत छोटी लम्बाई के सड़कों का निर्माण कार्य किया जाएगा, जिसमें होने वाली ई-टेंडरिंग में बेरोजगार इंजीनियरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
रेस्टहाउस में आयोजित बैठक में मंत्री श्री साहू ने जिले में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि जिले में जितने भी निर्माण कार्य चल रहे हैं, उनका स्थल निरीक्षण अधिकारी स्वयं करें और वहां की जमीनी हकीकत से अवगत होवें। अगर निर्माण कार्य में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो दोषी लोगों के विरूद्ध विभागीय जांच की कार्रवाई की जाएगी। मंत्री श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत कम दूरी वाली नई सड़कें जिनकी लागत 20 लाख रूपए तक की हैं, के निर्माण की स्वीकृति जिले में मिली हुई है, ऐसे कार्यों की निविदा प्रक्रिया में बेरोजगार इंजीनियरों को अवसर प्रदान किया जाए। इसी तरह सेतु निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि पुल निर्माण के कार्यों का प्राक्कलन तैयार कर भेजा गया है, उनमें कतिपय संशोधन की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पुल का स्तर या तो अधिक है या अधिक नीचे, ऐसे कामों की पुनः समीक्षा करने अधिकारी स्थल निरीक्षण करें और सड़क के लेवल के अनुसार फिर से एस्टीमेट तैयार कर भेजें।
बैठक में कार्यपालन अभियंता ने रत्नाबांधा रेस्ट हाउस के पुराने भवन के नवीनीकरण की मांग पर मंत्री श्री साहू ने कहा कि फिलहाल नए भवन की स्वीकृति नहीं दी जाएगी, किन्तु एक अतिरिक्त कक्ष और बैठक कक्ष निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजें। इसके अलावा जिले में जितने भी पुराने रेस्ट हाउस हैं, उनके नवीनीकरण के लिए भी प्रस्ताव भेजने के निर्देश लोक निर्माण मंत्री ने दिए।
गृहमंत्री श्री साहू ने पुलिस विभाग की समीक्षा करते हुए जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के सतत् निगरानी करने के निर्देश दिए। साथ ही जुंआ, सट्टा, अवैध शराब जैसी सामाजिक बुराइयों पर नियंत्रण के लिए कारगर रणनीति तैयार कर सख्ती से कार्रवाई करने तथा अपराधों पर नियंत्रण के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग जैसे सकारात्मक कार्यों को जारी रखने के लिए निर्देशित किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री बी.पी. राजभानू, उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर, अपर कलेक्टर श्री दिलीप अग्रवाल सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।