विशेष लेख : सकारात्मक जीवन की सीढ़ी में मित्र -एन.एल.पी. कोच – संगीता काबरा
बदलते समाज में और बदलती जीवन शैली में हर व्यक्ति कहीं न कहीं मानसिक तनाव से ग्रस्त है अथवा अपने जीवन लक्ष्यों को प्राप्त न कर पाने के दबाव में पाया जाता है और यह किसी विशेष उम्र में नहीं वरन किसी भी उम्र में देखा जाता रहा है
यहाँ व्यक्ति विशेष की जो मदद करते हैं अपने जीवन को एक सकारात्मक जीवन में रूपांतरित करने में वह होते हैं एन.एल.पी. ट्रेनर अथवा कोच ,वास्तविकता में एन.एल.पी. एक रवैय्या है, जीवन को उसकी पूर्णता में जीने का ।इसमें उचित लक्ष्यों को निर्धारित करना या वंचित जीवन लक्ष्यों में बदलाव लाना शामिल है ,बहु प्रसिद्ध अंतर राष्ट्रीय लाइफ कोच संगीता काबरा एक सर्टिफाइड एन.एल.पी. कोच भी हैं ,वह बताती हैं की बातचीत का तरीका, व्यवहार यहाँ तक की सोच-विचार को श्रेष्ठ बनाने में सक्सेस मॉडलिंग को सार्थक बनाते हैं न्यूरो लिंगुइस्टिक प्रैक्टिशनर ,वह बताती हैं की विषम परिस्थितियों से गुज़र रहे व्यक्ति की तब मदद करना जब उसकी सोच और अंदरूनी इच्छा एक नकारत्मक स्तर पर पहुँच चुकी है यह एक चुनौती पूर्ण कार्य है और यही एक सफल और एक सम्पर्पित एन.एल.पी कोच करता है ,व्यक्ति विशेष को सफल और पुनः ऊर्जा पूर्ण जीवन देने के लिए समय तो लगता ही है मगर निरंतर अनुसरण से यह संभव है और काफी लोगों की इससे लाभ भी मिला है ,
एक निश्चित धेय की पूर्ती के लिए कार्य प्रवीण बनने में पूरी पूरी मदद करते हैं एन.एल.पी. कोच,संगीता जी बताती हैं की कोरोना काल में जो बच्चे अपने नियमित दिन चर्या से अलग हो गए हैं और एक संपूर्ण अलग दिन चर्या का हिस्सा बन गए ,या एक घर में रह कर भी दिलों में दूरियां होना, युवा अवस्था में अत्यधिक भावुक हो जाना इन सभी स्थितियों में जीवन में सकारात्मकता लाने में पूरी पूरी मदद करते हैं एन.एल.पी. कोच
यह गुण निसंदेह एक दिन में प्राप्त करना संभव नहीं वरन लगातार सेवा भाव रखना और मनः स्थिति पर नियंत्रण और सच्चे अर्थों में जीवन की कामयाबी को आंकना काम शब्दों में यही हासिल करने में मदद करते हैं एन.एल.पी. कोच