केरल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने रविवार को अट्टिंगल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुस्लिमों की पहचान ‘उनके कपड़े खोलने’ से हो जाएगी.
नई दिल्ली – चुनाव आयोग की सख़्ती के बावजूद नेताओं की आपत्तिजनक बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है. रामपुर से सपा प्रत्याशी आज़म ख़ान, हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सत्ती, सीएम योगी आदित्यनाथ, मायावती और हरिओम पांडे के बाद एक और नाम जुड़ गया है.
केरल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने रविवार को अट्टिंगल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुस्लिमों की पहचान ‘उनके कपड़े खोलने’ से हो जाएगी. ज़ाहिर है उनका यह बयान मुस्लिमों की ‘खतना’ प्रथा से जोड़कर देखा जा रहा है.
बीजेपी उम्मीदवार शोभा सुरेंद्रन के समर्थन में प्रचार करने अट्टिंगल पहुंचे श्रीधरन पिल्लई ने कहा, ‘कुछ लोगों को एयर स्ट्राइक का सबूत चाहिए, राहुल गांधी, येचुरी और पिनारई विजयन कह रहे हैं कि हमारे सैनिकों को वहां जाकर मारे गए लोगों की गिनती करनी चाहिए.
उनकी जाति, धर्म, इत्यादि के बारे में बताना चाहिए तो मैं यही कहूंगा कि अगर वो मुस्लिम हैं, तो उसके कुछ निशान भी होंगे, तो इसके लिए कहूंगा कि यदि आप उनके कपड़े हटाएंगे तो आपको पता चल जाएगा कि वो मुस्लिम थे या नहीं, अब हमें यही सब करना होगा क्योंकि लोगों को सबूत चाहिए.’
केरल बीजेपी अध्यक्ष के इस बयान के ख़िलाफ़ सीपीआई ने आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है. उसने कहा कि पिल्लई का दिया यह बयान एक विशेष समुदाय को टारगेट करता है और साथ ही उनकी गंदी सोच को दर्शाता है, इसलिए उनके खिलाफ चुनाव आयोग को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.