वाराणसी से प्रियंका के चुनाव लड़ने के सवाल पर बोले राहुल, सस्पेंस बना रहे तो अच्छा है
नई दिल्ली — कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्वी उत्तरप्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के वाराणसी से चुनाव लड़ने की अटकलें हैं। वहीं जब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इस बात को खारिज नहीं किया।द हिंदू को दिए साक्षात्कार में इस मामले पर राहुल ने कहा, “मैं आपको सस्पेंस पर छोड़ता हूं। सस्पेंस हमेशा गलत नहीं होता है।” जब राहुल से पूछा गया कि क्या आप इसे खारिज नहीं करते हैं। तो इसपर उन्होंने जवाब दिया, “मैं किसी भी चीज की पुष्टि या खंडन नहीं कर रहा हूं।” राहुल का कहना है कि सस्पेंस बना रहे तो अच्छा है।देश में मचे चुनावी घमासान के बीच चर्चा है कि कांग्रेस, पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ सबसे बड़ा दांव चल सकती है। वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की खबरें चर्चा में हैं।
खबरों के मुताबिक प्रियंका गांधी ने वाराणसी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आग्रह के बाद वहां से चुनाव लड़ने के लिए हामी भर दी है, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान लेगा।
वहीं प्रियंका भी चुनाव लड़ने के संबंध में कह चुकी हैं कि पार्टी का फैसला उन्हें मंजूर होगा। राहुल गांधी ने भी इसे लेकर इतना ही कहा था प्रियंका चाहेंगी तो इस पर विचार किया जाएगा।
इसके अलावा प्रियंका ने भी कई मौकों पर वाराणसी से चुनाव लड़ने बात से कभी साफ इनकार नहीं किया है। रायबरेली में जब पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनसे चुनाव लड़ने की बात की थी तब भी उन्होंने वाराणसी का नाम लेकर टाल दिया था। इसके अलावा उनकी गंगा यात्रा भी प्रयागराज से शुरू हो कर वाराणसी के अस्सी घाट पर ही खत्म हुई थी।रॉबर्ट वाड्रा भी इशारा कर चुके हैं कि वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रियंका गांधी वाड्रा मैदान में उतर सकती हैं। वाड्रा ने कहा कि प्रियंका वाराणसी से लड़ने को तैयार हैं। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला पार्टी ही करेगी। हम पूरी मेहनत और लगन से काम करेंगे।
प्रियंका के वाराणसी से उतरने के सियासी मायने बेहद खास हैं। इस सीट से पीएम मोदी खड़े हैं। 2014 में मोदी पहली बार यहां से लड़े थे। इस बार कांग्रेस वाराणसी की लड़ाई को मोदी बनाम प्रियंका बनाने की कोशिश कर सकती है।
वाराणसी में अंतिम चरण में यानी 19 मई को मतदान होना है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 26 अप्रैल को यहां से नामांकन कर सकते हैं।