गठबंधन के बाद केजरीवाल के साथ हादसा हुआ तो भाजपा जिम्मेदार नहीं आर पी सिंह की चेतावनी
नई दिल्ली — भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने अरविंद केजरीवाल को चेतावनी दी है। बुधवार को उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस से गठबंधन के बाद केजरीवाल सिख समुदाय के बीच जाते हैं तो किसी हादसे की जिम्मेदारी भाजपा की नहीं होगी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दिए गए इस बयान पर जल्द ही विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद उन्होंने यू-टर्न ले लिया। इस बार आरपी सिंह ने कहा कि दिल्ली का सिख समुदाय गुस्से में है। अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस पर वर्ष 1984 में सिख दंगा कराने का आरोप है। कांग्रेस का साथ देने वालों को सिख समुदाय माफ नहीं करेगा। ऐसे में अगर कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी भाजपा की नहीं होगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि ‘आप’ के सिख नेताओं का खून पानी हो चुका है। दिल्ली के तिलक नगर, हरी नगर और कालका जी से विधायक जरनैल, जगदीप सिंह और अवतार सिंह गठबंधन पर चुप क्यों बैठे हैं? तीनों को अपनी पार्टी से त्यागपत्र दे देना चाहिए। आरपी सिंह ने ये भी कहा कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दंगों के आरोपी किशोरी लाल को माफी दिलाने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा था। जिसे लेकर दिल्ली के सिखों ने विरोध भी जताया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी के वर्ष 2013, 2014 और 2015 का घोषणा पत्र दिखाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी अपने संकल्प पत्र में सिख समुदाय से वादा करती रही कि 1984 दंगों में हुए नरसंहार में न्याय जरूर दिलाया जाएगा। दोषी कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली में दंगा पीड़ित सिख समुदाय की भावी पीढ़ी के लिए अस्पताल, स्कूल और रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन अब तक आप पार्टी ने ये वादा पूरा नहीं किया।