राहुल गांधी के खिलाफ सोशल मीडिया पर युवक कांग्रेस अध्यक्ष की अभद्र टिप्पणी पर बवाल
कोको पाढ़ी और मंत्री लकमा पुत्र पर है
राहुल गांधी और दिवंगत कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा पर व्हाट्सअप ग्रुप में अभद्र टिप्पणी है…..
स्व. कर्मा की पत्नी देवती कर्मा की लिखित
शिकायत पर पुलिस ने शुरू की जांच.
रायपुर — प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद भी पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी थमने का नाम नही ले रही है। हाल के घटना क्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और झीरम घाटी में शहीद प्रदेश के बड़े कांग्रेसी नेता महेन्द कर्मा को लेकर सोशल मीडिया में सार्वजनिक तौर पर युवा कांग्रेसी नेताओं की अभद्र टिप्पणी का सामने आया है।
देवकी कर्मा ने पुलिस को दी शिकायत…..
जानकारी के मुताबिक दंतेवाड़ा विधानसभा की पूर्व महिला विधायक देवकी कर्मा ने प्रदेश युवक कांग्रेस के नव-नियुक्त अध्यक्ष कोको पाढ़ी और आबकारी मंत्री के पुत्र द्वारा सोशल मीडिया के व्हाट्सएप्प ग्रुप में आपत्तिजनक भाषा मे टिप्पणी का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।आवेदन पत्र पर दंतेवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी की अनुशंसा भी की गई है।
मेरे खिलाफ की जा रही साजिश कोको पाढ़ी
हाल ही में प्रदेश युवक कांग्रेस की बागडोर संभालने वाले पूर्णचंद्र पाढ़ी उर्फ कोको पाढ़ी ने पूरे आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए, इसे अपने खिलाफ की जा रही राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि जल्द ही षडयंत्र में शामिल लोगों के नामों का खुलासा हो जाएगा।
मुझे जानकारी नहीं न ही मैंने मैसेज देखे
— शैलेश नितीन त्रिवेदी
इस प्रकरण में कांग्रेस के बड़े नेताओं पर मामला दबाने का आरोप लग रहा है। फिलहाल कांग्रेस के प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी शैलेष नितीन त्रिवेदी ने इस मामले पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि, मैंने अभी जिस तरह के मैसेज का जिक्र किया जा रहा है, उन्हें फिलहाल देखा नही है।उन मैसेजेस को देखने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया दे पाऊंगा।
सीएम के चहेते है कोको पाढ़ी — सूत्र.
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कोको पाढ़ी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफी करीबी माने जाते हैं।लिहाजा भूपेश बघेल की पसंद को ध्यान में रखते हुए ही कोको पाढ़ी को प्तरज़ीह देते हुए छत्तीसगढ़ युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रदेश कांग्रेस के भीतर सियासी घमासान तेज…
इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भीतर एकबार फिर से गुटबाजी उभर कर सतह पर आती दिख रही है। जानकारों के मुताबिक पार्टी के अंदर सक्रिय एंटी भूपेश ग्रुप लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से ही इस मामले को जानबूझकर अंदरूनी तौर पर पार्टी के भीतर तूल देंने में जुटा हुआ है,यह ग्रुप इस पूरे मामले को मुख्यमंत्री के खिलाफ एक कैम्पेन की तह चला रहा है।
जाहिर है, लोकसभा चुनाव में 11 में से 9 सीटें गवाने के बाद राष्ट्रीय संगठन में भूपेश बघेल की छवि कमजोर हुई है और विरोधी इस मामले को उछालकर बघेल के राह में कांटे बोन का काम कर रहे हैं। देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि युकां के भीतर उठा असंतोष का ज्वार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुर्सी हिलाने में कितना कामयाब हो पाते है।