मुख्यमंत्री ने की लाफा में अनेक घोषणाएं ।
पाली में 50 बिस्तर अस्पताल बनेगा सिविल अस्पताल
पाली के मुख्य बाजार में होगा शेड निर्माण
चैतुरगढ़ के देवी स्थल में यात्री प्रतिक्षालय एवं सड़क चौड़ीकरण
औराभाटा नाला में पुल निर्माण
लाफा में 60 सीटर कन्या छात्रावास और 36 के.व्ही. विद्युत स्टेशन
रायपुर, 13 जनवरी 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज कोरबा जिले के पाली तानाखार विधानसभा के ग्राम लाफा में आयोजित भेंट-मुलाकात में क्षेत्र के विकास के लिए अनेक घोषणाएं की। उन्होंने पाली के मुख्य बाजार में शेड निर्माण, चैतुरगढ़ के देवी स्थल में यात्री प्रतिक्षालय एवं सड़क चौड़ीकरण, पाली में 50 बिस्तर अस्पताल को सिविल अस्पताल बनाने, औराभाटा नाला में पुल निर्माण, लाफा में 60 सीटर कन्या छात्रावास, लाफा में ठाकुरदेव की स्थापना और लाफा में 36 के.व्ही. विद्युत स्टेशन स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने चैतुरगढ़ के महिषासुर मर्दिनी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों से ऋण माफी की जानकारी ली। उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार घाटा उठाने के बाद भी किसानों का नुकसान नहीं होने दे रही है।
भेंट-मुलाकात में वन धन विकास केन्द्र डोंगानाला की सरोज बाई और फूलबाई नरेटी ने बताया कि उन्होंने जड़ी-बूटी से वनौषधि बनाया है। सरोज ने बताया कि वे अब तक 50 लाख रूपए की दवाईयां बेच चुकी है, जिससे उन्हें 25 लाख रूपए की आमदनी हुई है। फूलबाई नरेटी ने बताया कि वे मधुमेह, रक्तचाप, गठिया आदि की दवाई बना रही हैं। आयुष विभाग द्वारा अभी उन्हें एक करोड़ रूपए की दवाईयों का आर्डर मिला है। ग्राम पंचायत निरधी की चरवाहा देवकुमारी ने बताया कि 713 क्विंटल गोबर बेचा और एक लाख 40 हजार रूपए कमाएं है। इन पैसों से वह अपना इलाज और बच्चों को कम्प्यूटर कोर्स करा रही है।
पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत निरधी की स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट बेचकर 8 लाख 25 हजार रूपए की आमदनी हुई है। समूह की महिला सावित्री ने बताया कि प्रत्येक सदस्य को 60 हजार रूपए मिला है। उन्होंने इस पैसे से कृषि उपकरण रोटोवेटर खरीदा है। समूह की अन्य सदस्य फिरत बाई ने ट्राली खरीदी है। इसी प्रकार लीला बाई यादव बकरी पालन और पूर्णिमा यादव मुर्गीपालन कर रही है।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम पाली के रवि सोनी ने मुख्यमंत्री को शिक्षा के क्षेत्र में की गई इस नवाचार के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह प्राईवेट स्कूल में पढ़ाई करता था, जहां 1500 रूपए की प्रतिमाह फीस देना पड़ती थी।