सोनभद्र में आखिर सरकार क्या छिपाना चाहती है — भूपेश बघेल
राजनीतिक दलों को रोका जाना अलोकतांत्रिक
रायपुर — उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में आखिर ऐसी क्या बात है जो राज्य सरकार राजनीतिक दलों को वहां जाने से रोक रही है। घटना को बीते अब चार दिन हो चुका है, कानून-व्यवस्था के नाम पर वहां जाने से रोका जाना इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि दाल में जरूर कुछ काला है।
उत्तरप्रदेश के सोनभद्र प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तरप्रदेश सरकार की जमकर निंदा करते हुए कहा कि जमीन विवाद को लेकर हुए नरसंहार में दस आदिवासियों की हत्या हो गई है और राज्य सरकार वहां राजनीतिक दलों को भी जाने से रोक रही है, आखिर ऐसी क्या बात है? ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर सोनभद्र जाकर प्रियंका गांधी को समर्थन देने की बात कही है। यूपी रवाना होने के पूर्व पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी दंतेवाड़ा में नक्सल घटना घटी थी, जिसमें भाजपा विधायक भीमा मंडावी समेत पांच जवानों की हत्या नक्सलियों ने कर दी थी। लेकिन हमने वहां जाने से किसी को नहीं रोका, बल्कि सुरक्षा भी मुहैया कराई। भाजपा के लोग भी गए, मैं खुद भी गया, लेकिन सोनभद्र में क्यों रोका जा रहा है? सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सोनभद्र जाने से प्रियंका गांधी को रोके जाने और उनकी गिरफ्तारी के विरोध में आज कांग्रेस प्रदेश संगठन मोहन मरकाम के नेतृत्व में प्रदेशव्यापी आंदोलन हो रहा है। सोनभद्र के मामले के साथ-साथ पेट्रोलियम प्रोडक्ट की बढ़ती कीमतें, राज्य के मिट्टी तेल का कोटा कम किए जाने जैसे मुद्दे पर भी कांग्रेस केंद्र की नीतियों का विरोध कर रही है ।