सहिष्णुता का मामला एक बार फिर गरमाया , कुछ हस्तियों ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
लोकसभा चुनाव में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने के बाद देश की सत्ता पर एक बार फिर काबिज मोदी सरकार ने 50 दिन पूरे हुए हैं। लेकिन देश में एक बार फिर से असहिष्णुता का शोर जोर पकड़ने लगा है। खबरों के अनुसार फिल्म जगत से जुड़े 49 हस्तियों ने असहिष्णुता के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्टी लिखी है। इन फिल्मी हस्तियों में गैंग्स ऑफ वासेपुर के निदेशक अनुराग कश्यप, मांझी द माउंटेन मैन और रंगरसिया जैसी फिल्मों के निदेशक केतन मेहता के अलावा गुरु और रावण जैसी फिल्मों के निदेशक मणिरत्नम और लेखक रामचंद्र गुहा जैसे नाम मिल हैं। सूत्रों के अनुसार चिट्ठी में लिखा कि भड़काने के लिए जय श्री राम के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने पीएम मोदी से एक ऐसा माहौल बनाने की मांग की है, जहां असंतोष को कुचला नहीं जाए और देश एक मजबूत राष्ट्र बने।
चिट्ठी में आगे कहा गया कि अफसोस है कि जय श्री राम आज एक भड़काऊ युद्ध बन गया है, राम बहुसंख्यक समुदाय के लिए पवित्र हैं, राम का नाम लेना बंद कर दें, अत्याचार की 840 घटनाएं दलित के खिलाफ हुईं। प्रिय प्रधानमंत्री, क्या कार्रवाई की गई है? बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान साल 2015 में बढ़ती असहिष्णुता के नाम पर पूरे देश में एक मुहिम चली थी और 35 से अधिक लेखकों ने अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटा दिया था, जबकि पांच अन्य ने अकादमी के अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया था। इससे विरोध प्रदर्शन की एक नई लहर पैदा हो गई थी।