बस्तर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश की चेतावनी
रायपुर — राज्य में आगामी चौबीस घंटों के दौरान बस्तर संभाग के जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। वहीं राज्य में अनेक स्थानों पर रूक-रूककर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग से जारी नियमित रिपोर्ट की माने तो इस समय मानसूनी द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, वाराणसी से होते हुए कम दबाव क्षेत्र के मध्य को पार करते हुए उत्तरी ओडिशा, इससे लगे आसपास के इलाकों के साथ ही झारखंड होते हुए दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर से गुजर रही है और इसकी ऊंचाई समुद्र सतह से 2.1 किमी है। इसके अलावा कल बना कम दबाव का क्षेत्र जो कि गांगई क्षेत्र के दक्षिणी भाग से लेकर पश्चिम बंगाल, इसके आसपास के इलाकों के ऊपर बना था। आज उत्तरी ओडिशा, इसके आसपास के इलाकों के साथ ही झारखंड के ऊपर सक्रिय बना हुआ है और यह समुद्र सतह से 7.6 किमी की ऊंचाई पर बना हुआ है। इसके अलावा एक और चक्रवाती घेरा जो कि कल कम दबाव क्षेत्र के पास सक्रिय था आज उत्तरी राजस्थान से लेकर दक्षिणी हरियाणा को पा करते हुए आज उत्तरी छत्तीसगढ़, उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश और इसके आसपास के इलाकों के साथ ही ऊपरी हवा में 3.1 किमी की ऊंचाई से लेकर 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय बना हुआ है। इन सब के अलावा एक और सिस्टम बना हुआ है जो कि कल दक्षिणी उत्तरप्रदेश और इसके आसपास के इलाकों में सक्रिय था आज उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर बने चक्रवाती घेरे तक पहुंच गया है और यह राजस्थान की ओर बने सिस्टम के साथ मिल रहा है। मौसम विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो इन चक्रवाती सिस्टम और कम दबाव क्षेत्र के असर से ही प्रदेश में बे्रक हो चुके मानसून को एक बार फिर से सक्रिय होने का मौका मिला है। यही वजह है कि प्रदेश में मानसूनी गतिविधियां अब जोर पकड़ रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चौबीस घंटों के दौरान राज्य में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी और अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। वहीं बस्तर संभाग के जिलों में एक या दो स्थानों पर इस दौरान भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना बन गई है। मौसम विभाग ने राहत आयुक्त कार्यालय को इस आशय की सूचना भी प्रेषित कर दी है।