पत्रकारों के साथ मारपीट के विरोध में अनिश्चित कालीन महाधरना….
रायपुर — पत्रकारों का अनिश्चित कालीन धरना सोमवार को भी जोरों पर है , पत्रकारों के इस अनिश्चतकालीन धरना को प्रदेश के कई संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है , पत्रकार अपनी मांग को लेकर एक सुर में कह दिया है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और जिस पार्टी से परिचय रखते है उस पार्टी से निष्कासित किया जाय ।
पत्रकारों के इस मांग को जायज मानते हुए , प्रदेश के राजनीतिक संगठनों के साथ – साथ तृतीय वर्ग कर्मचारियों और प्रदेश के प्रथम पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी धरना स्थल आकर अपना समर्थन दिया है , और कड़ी निदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले मीडिया पर हमला करना लोकतंत्र पर हमला करना है , जो कि घोर निंदनीय है । मैं और मेरा पूरा राजनीतिक संगठन पत्रकारों के साथ है , जैसे भी जरूरत होगी हम मीडिया जगत के साथ है , पत्रकार हमेसा अपनी जान जोखिम में डालकर सच्चाई दिखाता है , और जो बीते दिन पत्रकार के साथ मारपीट हुई इससे तो यही लगता है कि सच्चाई को दबाने की कोशिश की जा रही है , लेकिन ऐसा कभी होने नही देंगे ।वंही पत्रकारों के अनिश्चित कालीन धरना को लगातार प्रदेश के कांग्रेस सरकार के सलाहकार औऱ बड़े नेताओ का भी समर्थन मिल रहा है । और साथ ही प्रदेश के सभी जिलों से पत्रकारों ने मोर्चा खोल दिया है , सभी जिलों के प्रेस पत्रकार इस मामले की निंदा करते हुए धरना प्रदर्शन जैसे मोर्चा खोल दिया है ।
क्या है पूरी घटना जरा विस्तार से पढ़िए …..
रविवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में समीक्षा बैठक रखी गई थी इस बैठक में पूर्व ग्रामीण विधायक नंदे साहू भी भी उपस्थित थे जी से लेकर जिला अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने आपत्ति दर्ज की । हुआ यूं कि विवाद इतना बढ़ा की बात तू तू मैं मैं तक पंहुच गयी। इसके बाद वरिष्ट नेताओं ने मामला शांत किया , लेकिन इन सभी वाकया को पत्रकार सुमन पांडे ( जिसके साथ मारपीट की गयी है ) ने मोबाइल में कवर कर लिया । इसके बाद भाजपा के कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओ ने कवर किये गए वीडियो को डिलीट करने की बात कही और जबरदस्ती डिलीट भी करवाया , इसके बाद भी मामला शांत नही हुआ और पत्रकार सुमन पांडे के साथ मारपीट की गई । पत्रकारों के द्वारा इस मामले में भाजपा के चार लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी करवाई गई लेकिन कुछ ही मिनटों में थाने से जमानत भी दे दी गई । अब पत्रकारों में आक्रोश है और कहना है कि भाजपा इस तरह के गुंडे चाल चरित्र वालो को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए । अपने इस मांग को लेकर पत्रकार अनिश्चित कालीन महाधरना पर बैठे है ।