ओसीटी परीक्षा में धांधली, सीएम तक पहुंची शिकायत…….. विधायक देवेन्द्र ने रखी जांच की मांग
भिलाई — बीएसपी के ओसीटी भर्ती परीक्षा में धांधली की शिकायत सीएम भूपेश बघेल तक पहुंच गई है। भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर पांच बिंदुओं पर जांच की मांग की है।
बीएसपी के ओटीसी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी के मामले की जांच को लेकर बुधवार को भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव जी के साथ परीक्षार्थी युवा प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल जी से मुलाकात की। मुलाकात कर सीएम भूपेश बघेल जी को भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की पूरी जानकारी दी गई युवाओं ने बताया कि किस तरीके से उनके साथ छल हुआ है। सीएम भूपेश बघेल ने युवाओं की बात को गंभीरता से सुना और इस मामले पर विधायक व महापौर श्री देवेंद्र यादव जी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से मांग की है कि बीएसपी ओटीसी भर्ती परीक्षा में भी गड़बड़ी की सख्ती से जांच की जाए जल्द से जल्द जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। विधायक देवेंद्र यादव जी के नेतृत्व में युवाओं ने सीएम हाउस में सीएम भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे। सीएम श्री बघेल ने युवाओं को आश्वस्त किया कि वे मामले की सख्ती से जांच करवाएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब ल मंगलवार को ओसीटी भर्ती परीक्षा में धांधली की शिकायत लेकर कई परीक्षार्थी विधायक देवेन्द्र यादव के पास पहुंचे थे। ओसीटी की परीक्षा में शामिल युवाओं ने सेल बोर्ड द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न पदों के भर्ती हेतु आयोजित की गई परीक्षा में स्थानीय युवाओं को महत्व न दिए जाने और गड़बड़ी का आरोप लगाया था। तब भिलाई नगर देवेंद्र यादव ने युवाओं से वादा किया था कि वे युवाओं के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देंगे वे प्रदेश के युवाओं के साथ हमेशा हर परिस्थिति में खड़े हैं और वे उनके साथ उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए सीएम से मुलाकात कर मामले की शिकायत करेंगे और जांच करवाकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे। इसी कड़ी में आज भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव भर्ती परीक्षा में शामिल हुए युवाओं के साथ सीएम हाउस पहुंचे।
सीएम ने कहा था स्थानीय युवाओं को दी महत्व
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बीएसपी प्रबंधन के साथ एक बैठक के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने स्थानीय बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही थी। सीएम बघेल ने बीएसपी सहित प्रदेश के सभी उद्योगों में छत्तीसगढ़ के निवासियों को प्राथमिकता के साथ नौकरी देने और इसमें किसी भी तरह की कोताही न करने की बात कही थी। इसके बाद भी बीएसपी के ओसीटी की परीक्षा में इस प्रकार का परीणाम आना कहीं न कहीं बीएसपी प्रबंधन नकारात्मक सोच को दर्शाता है।
विधायक ने इन बिंदुओं पर की जांच की मांग
उक्त परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षार्थी का न तो बायोमेट्रिक लिया गया और न ही आधारकार्ड जांचा गया।
परीक्षा उपरांत ओ एम आर शीट का कार्बन कॉपी, प्रश्न पत्र और प्रवेश पत्र नहीं दिया गया।
परीक्षा परिणाम घोषिम करने से पहले आंसर की व कट ऑफ माक्र्स जारी किया जाना था लेकिन आंसर की व कट ऑफ माक्र्स जारी किए बिना ही रिजल्ट घोषित कर दिया गया।
13 जुलाई को घोषित किए गए परीक्षा परिणाम में कुल 373 अभ्यर्थियों का सलेक्शन हुवा जिनमें छत्तीसगढ़ के केवल 2 परीक्षार्थियों का ही चयन हुआ।
सेल के अन्य यूनिट में स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता दी जाती है जबकि बीएसपी में यहां के निवासियों को महत्व नहीं दिया जाता।