तीन तलाक कानून में विपक्ष के संशोधनों को नही स्वीकार करने से भाजपा की नीयत में खोट उजागर — सुशील आनंद
तीन तलाक कानून भाजपा के पूर्वाग्रह की परिणीति – कांग्रेस
रायपुर — भाजपा की मोदी सरकार द्वारा तीन तलाक पर लाये गए विधेयक की लोकसभा के बाद राज्य सभा में पास होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस विधेयक पर चर्चा के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के द्वारा लाये गए महत्वपूर्ण संशोधनों को अस्वीकार करने से स्पष्ट हो गया कि इस कानून को बनाने के पीछे मोदी सरकार की नीयत में खोट है। विपक्षी दल संशोधन के माध्यम से इस बात की कानूनी गारंटी चाहते थे कि तीन तलाक का दोषी पति को जब सजा हो जाएगी तब पीड़ित महिला के भरण पोषण की जबाबदेही सरकार ले। मुस्लिम महिलाओ को न्याय दिलाने की दुहाई देने वाली मोदी सरकार इस बात को मानने को तैयार नही हुई।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भले ही मुस्लिमो में तीन तलाक का प्रवधान हो लेकिन हकीकत में मुस्लिम समाज मे तीन तलाक प्रथा लुप्त हो चुकी है। तीन तलाक जैसी घटनाएं समय के साथ बन्द हो चुकी है। जो प्रथा लुप्त हो गयी हो उस पर कानून बनाना सिर्फ कोरी वाहवाही लूटने का प्रयास मात्र है। तीन तलाक से ज्यादा घातक भारतीय समाज मे दहेज के नाम पर महिला उत्पीड़न है। बिना तलाक के ही व्याहता पत्नी को छोड़ने की निंदनीय प्रवृत्ति है, जरूरत इन पर भी अंकुश लगाने की है। दहेज के नाम पर रोज-रोज मासूम लड़कियों के प्रताड़ना के खिलाफ और कड़े कानून बनाने की जरूरत है। बलात्कार महिला हिंसा के खिलाफ कानूनों के सख्ती से लागू करने से महिलाओं का भला होगा। महिला किसी भी धर्म की हो उसे एक ही नजरिये से देखने और उनके मान सम्मान को समान संरक्षण होना चाहिए।