मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चीला-चटनी का स्वाद लिया, गेड़ी में चढ़कर स्वीकार किया अभिवादन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई चीला-चटनी, फरा और गुलगुला का लुत्फ उठाया। महिलाओं ने ठेठरी, खुरमी, करी-लड्डू आदि व्यंजन भी उन्हें परोसा। महिला बाल विकास विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री ने देवसेना समूह द्वारा परसा के पत्तल से बनाये गए स्ट्रॉ से शीतल पेय ग्रहण किया और इसकी सराहना की। मरवाही की महिलाओं द्वारा बनाई गई लाख की चूड़ियों की उन्होंने प्रशंसा की। बाड़ी योजना के तहत उद्यानिकी विभाग ने किसानों को सब्जी बीज दिया था, जिससे उत्पादित तरोई, डोड़का, बरबट्टी मुख्यमंत्री को भेंट की गई।
त्यौहार के उत्साह को बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने गेड़ी पर चढ़कर सबको हरेली की बधाई दी और अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने नरियल फेंका और भौंरा चलाया। बच्चों को पारम्परिक फुगड़ी, बिल्लस, खो-खो खेल खेलते हुए देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। राउत नाचा और गेंड़ी नृत्य करते हुए ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाये थे। गौठान में महिला स्व-सहायता समूह, नेवरा की 43 महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है, जिनका उन्होंने अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने गौठान में वृक्षारोपण भी किया।