भाजपा शुध्दि के लिए पत्रकारों ने निकाली गंगा जल यात्रा…
रायपुर — रायपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में पत्रकारों ने आज भाजपा शुध्दिकरण के प्रयोजन से गंगा जल यात्रा निकाल कर भाजपा की गुंडा प्रश्रय नीति का विरोध करते हुए भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार हमले के दोषियों को दण्डित करते की मांग की। गंगा जल यात्रा रायपुर प्रेस क्लब परिसर से नगर भ्रमण करते हुए शास्त्री चौक से भाजपा कार्यालय के लिये प्रस्थित हुई किंतु उसे मार्ग में ही रोक दिया गया।
जिसका विरोध करते हुए प्रेस क्लब अध्यक्ष दामु आम्बेडारे, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर, महासचिव प्रशांत दुबे, कोषाध्यक्ष शगुपता शिरीन, संयुक्त सचिव अंकिता शर्मा, गौरव शर्मा सहित पत्रकारों ने कहा कि हमारा उद्देश्य भाजपा को शुध्द करने हेतु उसके नेतृत्व को जागरूक करना है। हमारी वैचारिक लड़ाई पत्रकार उत्पीड़न की घटना के विरुध्द है जो न्याय मिलने तक निरंतर जारी रहेगी।
रायपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष दामु आम्बेडारे ने कहा कि भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से दुर्व्यवहार एवं हमले की घटना 2 फरवरी को घटित हुई जिसके बाद से ही रायपुर के पत्रकार धरना दे रहे हैं तथा पूरे प्रदेश के पत्रकार हमारे समर्थन में धरना, प्रदर्शन, बंद के आयोजन कर रहे हैं। रायपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन को सामाजिक संस्थाओं, व्यापारिक संघों एवं सामान्य जन का व्यापक समर्थन मिल रहा है। समाज का हर वर्ग पत्रकारों के साथ है। केवल भाजपा नेतृत्व ही हठधर्मिता का प्रदर्शन कर रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा का प्रदेश नेतृत्व निर्णय क्षमता खो चुका है अथवा सत्ता का अहंकार अब भी भाजपा नेतृत्व के सिर पर सवार है। अगर ऐसा नहीं है तो क्या भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बदल गया है जो उसका नेतृत्व गुंडा संस्कृति को संरक्षण दे रहा है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री आम्बेडारे ने कहा कि पत्रकारों ने मशाल यात्रा निकालकर भाजपा के दिल दिमाग में छाये अंधकार को दूर करने की कोशिश की, हस्ताक्षर अभियान में मिला व्यापक जनससमर्थन भी भाजपा की पथरा चुकी आंखों को दिखाई नहीं दिया। भाजपा नेतृत्व को सद्बुध्दि देने की कामना से पत्रकारों ने यज्ञ किया और आज गंगाजल यात्रा निकाली किंतु भाजपा कदाचित विवेक और भावनाशून्य होने के साथ ही इतनी मैली हो चुकी है कि वह गंगाजल से पवित्र नहीं होना चाहती इसलिए गंगाजल यात्रा को रास्ते में ही बाधित करवाया गया। रायपुर प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि भाजपा द्वारा प्रायश्चित करने के बाद ही विरोध प्रदर्शन समाप्त किया जायेगा। जब तक भाजपा का नेतृत्व अपने गुंडों को निकाल बाहर नहीं करता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।