कृषि मंत्री ने तीन अधिकारियों और दो शिक्षकों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही के दिए निर्देश
रायपुर — प्रदेश के कृषि और जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने आज बेमेतरा प्रवास के दौरान कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में धान उपार्जन हेतु किसानों के पंजीयन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े, अधिकारी इस का विशेष ध्यान रखें। कैबिनेट मंत्री चौबे सहकारिता विभाग के उप पंजीयक के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बेरला के अनुविभागीय अधिकारी आर.के. गंजीर के खिलाफ भी अनियमितता बरतने के कारण उनके विरूद्व कार्यवाही करने के निर्देश दिए। विधायक बेमेतरा श्री छाबड़ा ने बैठक के दौरान उनके विधानसभा क्षेत्र के एक गांव रवेली में सीसी रोड़ निर्माण में लापरवाही बरतने के संबंध में जानकारी दी।
कृषि मंत्री ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की कार्यपालन अभियंता (प्रोजेक्ट) सुश्री आशलता गुप्ता के बैठक में अनुपस्थित होने कारण उनको शो-कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। शिवनाथ नदी इन्टेक वेल से बेमेतरा जिले के लगभग 97 गावों में मीठा पानी प्रदाय किया जा रहा है। बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण उनके विभाग की समीक्षा नहीं की जा सकी और न ही उनके द्वारा बैठक में प्रतिनिधि भेजा गया। कैबिनेट मंत्री चौबे ने छ.ग. सिविल सेवा आचरण अधिनियम के उल्लंघन के मामले में जिले के दो शिक्षकों को निलंबित करने के निर्देश दिए। इनमें एक शिक्षक श्री आशुतोश पाण्डे शासकीय स्कूल मोहरेंगा में पदस्थ है एवं दूसरे शिक्षक श्री विरेन्द्र कुमार टंडन, शासकीय स्कूल आनंदगांव में कार्यरत थे, जिसका स्थानांतरण शासकीय स्कूल बटार में किया गया है। उनके द्वारा भारमुक्त होने के बाद भी नवीन पदस्थापना स्थल में कार्यभार ग्रहण नहीं कर विद्यार्थियों को बरगलाने एवं आनंदगांव स्कूल में तालाबंद करने का आरोप है। कृषि मंत्री ने वन विभाग के किसी जिम्मेदार अधिकारी के उपस्थित नहीं रहने पर नाराजगी प्रकट की।