कोर्ट कमिश्नर द्वारा रावणभाठा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण
रायपुर — छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा गठित कोर्ट कमिश्नरों की टीम से अधिवक्ता सौरभ डांगी ने आज रायपुर के रावणभाठा प्लांट का औचक निरीक्षण किया। प्लांट पहंुचने के सिर्फ 10 मिनिट पूर्व ही अधिकारियों को सूचना दी गई। तत्काल ही नगर पालिक निगम के प्लांट प्रभारी कार्यपालन अभियन्ता अपने सहयोगियों के साथ पहंुचे।
कोर्ट कमिश्नर ने लगभग 1 घण्टे तक सभी प्लांट का निरीक्षण किया उन्होंने बताया कि कोर्ट कमिश्नरों द्वारा पूर्व में मान. न्यायालय को दिये गये सुझाावों के बाद रायपुर फिल्टर प्लांट में काफी सुधार पाया गया। सुझावों अनुसार NABL लैब से पानी के सेंपल जांच करवाई जा रही है। CCTV केमरा सभी लैब में पाया गया, उन्होनंे सेंपल रजिस्टर का भी अवलोकन किया। उनके अनुसार अभी भी सुधार की संभावना है।
कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि पूर्व में हाईकोर्ट को निरीक्षण उपरांत बताया गया था कि खारून नदी में गिर रहे 17 गन्दे नालों पर तत्काल ही सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (STP) लगाने की आवश्यकता है परंतु अभी तक एक भी नालो पर STP नहीं लगा है विशेष रूप से भाटागांव में जहां से रायपुर शहर के लिए खारून पर बने एनीकट से पानी लिया जाता है वहां गिर रहे नाले पर तत्काल ही एसटीपी की आवश्यकता है।
कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि गर्मी में पीलियां फैलता है, इसे मद्दे नजर रखते हुए आज रायपुर के वाटर फिल्टर प्लांट का औचक निरीक्षण किया सप्लाई पाइप लाइनों के लिये वे अगले निरीक्षण मंे जानकारी लेगें। भिलाई-दुर्ग से भी लगातार दूषित पानी प्रदाय किये जाने के संबंध में जानकारी मिलती रहती है और कोर्ट कमिश्नर की टीम निकट भविष्य में वहां का भी दौरा करेगी।