मूँगेली से रायपुर के सफर में जोखिम की मजबूरी

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यहा गढ्डों में सड़क और हिलस्टेशन पे PWDअधिकारी..!


रायपुर —  प्रशासनिक उदासीनता की वजह से मूँगेली से नांदघाट तक कि 46 किमी लम्बी सड़क बुरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस वजह से आधे घंटे का सफर तय करने में लोगों को डेढ़ से दो घँटे का समय लग रहा है। इतना ही नहीं सबसे ज्यादा परेशानी कार और जीप चालको के साथ दुपहिया वाहन चालकों को उठानी पड़ रही है। कुल मिलाकर हम अगर कहें कि मुंगेली-नांदघाट मार्ग पर गड्ढों में सड़क ढूँढनी पड़ती है तो, कोई अतिश्योक्ति नही होगी।

हिल स्टेशन पर गए PWD अधिकारी…..

मानसून के मद्देनज़र आनन-फानन में सड़क मरम्मत के नाम पर घटिया स्तर का पेंचवर्क कराया जा रहा है जो कि पहली ही बारिश में धूल जाएगी। हैरानी की बात है कि लाखों रुपए की लागत से हो रहे सड़क मरम्मत के पैचवर्क का निरीक्षण तक नही हो पा रहा ताकि उसकी गुणवत्ता निर्धारित विभागीय मापदंड के आधार पर तय की जा सके। लिहाजा साफ है कि पूरा पेचवर्क प्रशासनिक लापरवाही के चलते जानबूझकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है।

जिले की सबसे प्रमुख मार्ग वीआईपी का है रास्ता….

पहले की तुलना में अब जिला बनने के बामुंगेली-नांदघाट -दुर्ग तक का मार्ग काफी महत्वपूर्ण व व्यस्त और उच्च ट्रैफिक दवाब वाला मार्ग माना जाता है।इस मार्ग में ही दो दो कैबिनेट मंत्रियों का भी क्षेत्र है जिसके चलते अब आये दिन वीआईपी जनों का भी आना जाना लगा रहता है,राज्य शासन में दो मंत्री ताम्रध्वज साहू और रविन्द्र चौबे प्रायः आए-दिन इस मार्ग से ही आना जाना करते है। जबकि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू स्वयं लोकनिर्माण विभाग के मंत्री भी है। इन सबके बावजूद इस मार्ग का पेचवर्क शासन, प्रशासन सहित आमलोगों की आंख में धूल झोंकने की गरज से जानबूझकर ठीक बरसात के पहले गुणवत्ताहीन किया जा रहा है ताकि निकट बरसात में खामियों का बरसात के हवाले ठीकरा फोड़ दिया जाए जब ऐसे महत्वपूर्ण मार्ग के पेचवर्क की यह दुर्दशा है उसके बावजूद विभागीय अधिकारी अपने आंखों में काली पट्टी डाले हुए है।

बारिश में हो सकता है गंभीर सड़क हादसा…..

इस मार्ग पर निगरानी के आभाव में हो रहे गुणवत्ता विहीन पेंचवर्क की हालत कुछ इस तरह है कि, निर्माण के कुछ ही घंटो में सड़क का नवनिर्मित पेंचवर्क की गिट्टी उखड़ कर सड़को पर फिर से गड्ढे निर्मित हो जा रहे हैं।
मानसून के करीब होने कारण बारिश में पहली बार में ही रिमझिम बारिश में पेंचवर्क का डामरीकरण बहकर सड़कों पर गड्ढे निर्माण की आशंका बढ़ गई है। इन गड्ढों में जमा होने वाले बारिश का पानी बारिश में किसी बड़े सड़क हादसे की ओर इशारा करते नज़र आ रहे हैं।

मुख्यालय पर नही रहते PWD के आला अधिकारी….  

जब हमने मुंगेली जिला मुख्यालय स्थित PWD विभाग का दौरा किया तो हमने जो कुछ जाना, उसे जानकर हम हैरान रह गए। पूछताछ करने पर पता चला कि बड़े साहब और छोटे साहब बिलासपुर में मकान लेकर रहते हैं और, रोज सरकारी वाहन से ही बिलासपुर से मूँगेली आप-डाउन करते हैं। जबकि राज्य के मुख्य सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग ने अपने स्टैंडिंग ऑर्डर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यालय पर ही रहने के निर्देश दिए हैं और, जिला कलेक्टरों को इसकी निगरानी रखने को कहा है। इस मामले में मूँगेली कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे से मिलने कार्यालय पहुंचकर मुलाकात करने का प्रयास किया गया तो, पता चला कलेक्टर साहब भोजनावकाश पर गए हुए हैं।

बारिश में खड़ा हो सकता हैं लॉ एंड ऑर्डर….

इस मार्ग पर हो रहे पेंचवर्क के मरम्मत कार्य की मॉनिटरिंग नही की गई तो, निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के गुणवत्ताहीन कार्य का खामियाजा आने वाले दिनों में किसी गंभीर सड़क हादसे या फिर रोड़ जाम जैसी कानून व्यवस्था को स्थिति निर्मित होने की आशंका बढ़ जाएगी ।

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