नीला-पीला, गुलाबी कार्ड का खेल न खेले राज्य सरकार – सुनील सोनी
मुख्यमंत्री और मंत्री खुद वेक्सीन लगवाकर राजनीति कर रहे हैं
राज्य सरकार के भ्रम के कारण छत्तीसगढ़ पीछे
रायपुर 02.05.21 — रायपुर लोकसभा सांसद सुनील कुमार सोनी ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्य सरकार की वेक्सीन नीति का विरोध किया है और मुख्यमंत्री भूपेष बघेल पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुुख्यमंत्री और उनके मंत्री, विधायक खुद वेक्सीन लगवाकर छत्तीसगढ़ की जनता के साथ राजनीति कर रहे हैं। राज्य सरकार ने लोगों को रेमडीसिवीर इंजेक्षन के लिए तरसा दिया था। क्या अब वेक्सीन भी बेचना चाहती है राज्य सरकार ? प्रदेष सरकार ने वेक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया और खुद भी भ्रमित रहे, जिसके कारण आज छत्तीसगढ़ पीछे है। उन्होंने पूछा है कि क्या रेमडीसीवीर की तरह वेक्सीन की भी कालाबाजारी चाहती है राज्य सरकार ?
सांसद श्री सोनी ने कहा कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार की नीयत साफ नहीं है और नीति स्पष्ट नहीं है। केन्द्र सरकार ने 50 लाख लोगों का वेक्सीनेषन करवाया। राज्य सरकार केवल डेढ़ लाख वेक्सीन मंगवाकर जनता के साथ राजनीति कर रही है। छत्तीसगढ़ के सभी नागरिक एक समान हैं और राज्य सरकार पर सभी लोगों के वेक्सीनेषन की जवाबदेही है, ऐसे में नीला-पीला, गुलाबी कार्ड का खेल न खेले राज्य सरकार। वेक्सीन एक सुरक्षा कवच है, जिसका अधिकार छत्तीसगढ़ के प्रत्येक व्यक्ति को है, चाहे वह गरीब, मध्यम या किसी भी वर्ग का हो। मुख्यमंत्री जी के लिए छत्तीसगढ़ के हर नागरिक का वेक्सीनेषन प्राथमिकता होना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि वे वेक्सीनेषन को भी उलझा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार द्वारा प्रथम और द्वितीय चरण का वेक्सीनेषन करवाया गया है, तो मुख्यमंत्री जी सहित उनके मंत्री और विधायकों ने टीका लगवा लिया। उस समय मुख्यमंत्री जी ने क्यो नहीं कहा कि बीपीएल और एपीएल कार्डधारियों को प्राथमिकता होनी चाहिए ? राज्य सरकार की मंषा ही कटघरे में है। यहॉ राज्य सरकार द्वारा अपना राजनीतिक लाभ ढूंढा जा रहा है। राज्य सरकार ने अपने जीवन की सुरक्षा की चिंता की और आम जनता के वेक्सीनेषन को लेकर राजनीति कर रहे हैं, जो अनुचित है।
सांसद श्री सोनी ने कहा कि जिन लोगों ने अपना सेल्फ रजिस्टेªषन किया है, उनका वेक्सीनेषन होना चाहिए। छत्तीसगढ़ प्रदेष के हजारों युवा और नौजवान वेक्सीनेषन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राज्य सरकार की कुंठित मानसिकता और राजनीतिक लाभ के लिए किया गया यह निर्णय पूर्णतः जनता विरोधी है।
श्री सोनी ने कहा कि कोरोना की आड़ में आमजनता के साथ राजनीतिक खेल खेला जा रहा है, और यह खेल आम जनता पर भारी पड़ चुका है। सर्वविदित है कि कोरोना से मौत के सरकारी आंकड़े और हकीकत अलग-अलग है।